उत्तरप्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भागे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जमाती मंगलवार दोपहर बन्दपुर मार्ग से पकड़ लिया गया. उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार ने सामुदायिक केंद्र से भागे शफीक के पकड़े जाने की पुष्टि की है. कोरोना से संक्रमित मरीज के इस तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भागने के कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल था लेकिन उसके पकड़े जाने के बाद लोगों-अधिकारियों ने राहत की सांस ली है.
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के बागपत से कोविड-19 से पीड़ित एक 60 साल का मरीज (60 year old covid 19 patient) सरकारी हेल्थसेंटर से भाग गया था. नेपाली नागरिक शफीक को 3 अप्रैल को सरकार की ओर से संचालित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (Community healthcare centre) में भर्ती कराया गया था. वह नेपाल के 17 लोगों के उस समूह का हिस्सा था जो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुआ था. बाद में इस शख्स को यूपी के बागपत से पकड़ा गया था. 'क्वेंरेटाइन' के दौरान यह सोमवार रात को खिड़की का शीशा तोड़कर भाग निकला था. जिस वार्ड में इसे भर्ती कराया गया था, वहां की खिड़की का उसने शीशा तोड़ा और अपने कपड़ों का रस्सी के तौर पर इस्तेमाल करके भाग निकला. बागपत में कोरोना वायरस से संक्रमित मिला यह दूसरा व्यक्ति है जो दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने के बाद बागपत के रटौल गांव के एक मदरसे में ठहरा था
शफीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भागने के बाद उसे पकड़ने के लिये पुलिस विभाग की दस टीमें लगायी गई थीं, इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी उसका फोटो वायरल किया गया था. सीएचसी के पास स्थित ईंट के भट्टे में काम करने वाले मजदूरों ने इस व्यक्ति की जानकारी दी. (इनपुट: भाषा से भी)
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