सीबीआई निदेशक की राय खारिज करते हुए अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने आज कहा कि जांच एजेंसी के पास पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन व उनके भाई कलानिधि मारन के खिलाफ एयरसेल-मैक्सिस सौदे में आरोप पत्र दायर करने को पर्याप्त सबूत हैं।
हालांकि, सीबीआई सूत्रों ने कहा है कि एजेंसी को अभी तक अटॉर्नी जनरल की राय नहीं मिली है और एजेंसी इस मामले में उनकी राय के अनुसार चलेगी।
सरकार में उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि रोहतगी ने अपनी राय भेज दी है। उनका मानना है कि सीबीआई के पास जो सामग्री उपलब्ध है, उनके आधार पर दयानिधि व कलानिधि पर एयरसेल मैक्सिस सौदे में आसानी से मामला चलाया जा सकता है।
मारन बंधुओं पर आरोपपत्र को लेकर जांच टीम व सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के अलग-अलग विचारों की वजह से यह मामला अटॉर्नी जनरल के पास भेजा गया था। जहां जांच टीम का मानना था कि मारन बंधुओं की भूमिका के बारे में पर्याप्त सामग्री है। वहीं सीबीआई निदेशक सिन्हा का इस पर अलग विचार था।
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