पद्मा सचदेव की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
कवि और उपन्यास लेखिका पद्मा सचदेव को सोमवार को प्रतिष्ठित सरस्वती सम्मान से नवाजा गया. उन्हें डोगरी भाषा में अपनी जीवनी ‘चित्त चेते’ के लिए 2015 का सरस्वती पुरस्कार दिया गया है. 76-वर्षीय लेखिका की जीवनी 2007 में प्रकाशित हुई थी और इसे 2005 से 2014 के बीच विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित 22 पुस्तकों में से चुना गया.
सचदेव ने कहा, 'दुनिया खूबसूरत शब्दों से भरी हुई है जिनसे कहानी बनती है. इनमें से कुछ मेरी अपनी भाषा डोगरी में है और आज मुझे जो सम्मान प्राप्त हुआ है, उससे पूरे डोगरी समुदाय को गर्व है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सचदेव ने कहा, 'दुनिया खूबसूरत शब्दों से भरी हुई है जिनसे कहानी बनती है. इनमें से कुछ मेरी अपनी भाषा डोगरी में है और आज मुझे जो सम्मान प्राप्त हुआ है, उससे पूरे डोगरी समुदाय को गर्व है.
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