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This Article is From Jul 30, 2022

अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने की तैयारी कर रहा ED

अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी तीन कंपनियों को लेकर जांच-पड़ताल, ईडी का मानना है कि इन कंपनियों की जांच से कई राज बेपर्दा होंगे

ईडी अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी से आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगा.

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) से जुड़ी तीन कंपनियों को लेकर बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और उनकी सहयोगी अर्पिता को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने की तैयारी कर रहा है. दरअसल प्रवर्तन निदेशालय को शक है कि पार्थ के साथ जुड़ने के बाद अर्पिता को इन कंपनियों का निदेशक नियुक्त किया गया था. इसके बाद से ही ये कंपनियां ईडी के रडार पर हैं. 

इन तीन कंपनियों में से एक अच्छे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर कुछ प्रॉपर्टी भी खरीदी गई थी. लिहाज़ा ईडी अब ये जानना चाहती है कि क्या काली कमाई का पैसा इन कंपनियों में भी लगा है. इसको लेकर अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी इन तीन कंपनियों की जांच शुरू कर दी गई है. 

ईडी का मानना है कि इन कंपनियों की जांच से कई राज बेपर्दा होंगे. हालांकि सूत्रों के मुताबिक दिक्कत इस बात की आ रही है कि पार्थ जांच में पूरी तरह सहयोग नही कर रहे हैं. ईडी को लगता है कि अगर अर्पिता और पार्थ दोनों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की जाए तो कई चीजें सामने आ सकती हैं. यही कारण है कि इन दोनों को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है. जांच के दौरान ईडी को दो शेल कंपनियों के बारे में भी पता चला है जिसकी जांच की जा रही है.

ईडी के रडार पर क्यों हैं ये तीन कंपनियां

इन सभी फर्मों में कल्याण धर पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी के निदेशक और बिजनेस पार्टनर हैं. अर्पिता को 21 मार्च, 2011 को निगमित कोलकाता स्थित एक फर्म सिम्बायोसिस मर्चेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था. कागज पर, फर्म को विभिन्न प्रकार के सामानों के थोक के कारोबार में शामिल दिखाया गया था. 

अर्पिता के साथ, कल्याण धर को भी 1 जुलाई, 2021 को कंपनी का निदेशक बनाया गया था. इतना ही नहीं, दूसरी कंपनी में  9 नवंबर, 2011 को अर्पिता को फर्म सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था. दिलचस्प बात यह है कि इस फर्म को 2001 में 1 करोड़ रुपये की अधिकृत शेयर पूंजी के साथ शामिल किया गया था. हालांकि, 2011 में अर्पिता की निदेशक के रूप में नियुक्ति के बाद, कल्याण धर को भी 2018 में निदेशक बनाया गया था. 

अभी तक इस फर्म में केवल दो निदेशक हैं - अर्पिता और कल्याण धर. कागज पर, यह फर्म विशेष प्रयोजन मशीनरी के निर्माण में शामिल है. इतना ही नहीं तीसरी कंपनी अर्पिता अच्छे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को 29 अक्टूबर 2014 को इस कंपनी के निदेशक के रूप में अर्पिता मुखर्जी के साथ शामिल किया गया था. 
दिलचस्प बात यह है कि इस कंपनी के दूसरे निदेशक कल्याण धर को उसी वर्ष नियुक्त किया गया था जब वे अर्पिता के साथ सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक बने थे.

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