प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स के बैंक बैलेंस को फ्रीज कर दिया है. ED ने वजीरएक्स चलाने वाली कंपनी जानमाई लैब के एक निदेशक से संबंधित परिसरों की तलाशी ली, इस दौरान मिली गड़बड़ी को देखते हुए ED निदेशक के 64.67 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज करने का फैसला किया है. खास बात ये है कि ED की इस कार्रवाई से कुछ दिन पहले ही वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद को बताया था कि ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए वज़ीरएक्स से संबंधित दो मामलों की जांच कर रहा है.
पिछले महीने ED ने कुछ क्रिप्टो एक्चेंजों को समन भेजा था. यह समन कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और फॉरेन एक्सचेंज के नियमों के उल्लंघन के लिए जारी किया किया था. जिन एक्सचेंजों के नाम सामने आए थे, उनमें कॉइनडीसीएक्स (CoinDCX), वजीरएक्स (WazirX) और कॉइनस्विच कुबेर (Coinswitch Kuber) शामिल थे. अब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा है कि ED, क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स के जरिए 2,790 करोड़ रुपये की कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है. राज्यसभा को एक लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि ED विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 (फेमा) के प्रावधानों के तहत वजीरएक्स के खिलाफ क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित दो मामलों की जांच कर रहा है.
उन्होंने बताया कि एक मामले में अब तक की गई जांच से पता चला है कि भारत में जानमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ऑपरेट किया जा रहा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म वजीरक्स, केमैन आइलैंड बेस्ड एक्सचेंज बिनेंस के इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल कर रहा था. जांच में पाया गया है कि इन दोनों एक्सचेंजों के बीच सभी क्रिप्टो ट्रांजैक्शन ब्लॉकचेन पर दर्ज नहीं किए जा रहे थे और रहस्य बने हुए थे.