जी 7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस में हैं. इस दौरान सबकी निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मोदी की मुलाक़ात पर रहेगी. अमेरिका इस मुलाक़ात में कश्मीर का मुद्दा उठाने का ऐलान कर चुका है अब देखना ये है कि भारत इस पर क्या जवाब देता है. भारतीय समय के मुताबिक आज दोपहर पौने चार बजे मोदी और ट्रंप की मुलाक़ात होगी. जी-7 (G7 Summit) में भारत को स्पेशल इनवाइटी के तौर पर बुलाया है जहां प्रधानमंत्री मोदी क्लाइमेंट चेंज और डिजीटल मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे. लेकिन दुनिया की निगाह इस बैठक के साइडलाइन्स में मोदी और ट्रंप की मुलाक़ात पर है. ख़ासतौर पर इसलिए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खुले तौर पर ऐलान किया हुआ है कि वे अपनी मुलाक़ात में पीएम मोदी से कश्मीर मुद्दे पर बात करेंगे.
इससे पहले ट्रंप ने 22 जुलाई को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाक़ात के दौरान कश्मीर पर मध्यस्थता की बात करते हुए यहां तक दावा कर दिया था कि ख़ुद पीएम मोदी ने भी उनसे ये कहा था. लेकिन भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा कि ये झूठ है. दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, दो हफ़्ते पहले मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ था जहां हमने इस बारे में बात की थी और उन्होंने कहा था कि क्या आप मध्यस्थता करना चाहेंगे. मैंने कहा कि ये तो कई सालों से चल रहा है, मैं हैरान हूं कि इतने दिनों से ये चल रहा है. मेरे ख़याल से वो कोई नतीजा देखना चाहते हैं. मुझे बहुत ख़ुशी होगी अगर मैं मध्यस्थता कर सकूं.'
दरअसल अमेरिका कश्मीर के मुद्दे पर भारत को भी ख़ुश रखना चाहता है और पाकिस्तान को भी क्योंकि उसे अफ़ग़ानिस्तान से निकलने में पाकिस्तान की ज़रूरत है. ट्रंप के कश्मीर कार्ड को भारत अच्छी तरह समझता है इसलिए कूटनीतिक जवाब की तैयारी पूरी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं