राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के साथ लंबी बैठक के बाद डॉक्टरों ने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले मरीजों से नाममात्र की फीस लेने का निर्णय किया। पप्पू यादव ने डॉक्टरों पर आम आदमी से कथित तौर पर 'अनाप-शनाप फीस लेने' का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू किया था।
आईएमए बिहार के उपाध्यक्ष सहजानंद प्रसाद सिंह और बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (बीएचएसए) के महासचिव अजय कुमार ने कहा, गरीब मरीजों के बारे में पप्पू यादव की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए हमने सभी डॉक्टरों को इस आशय का एक परिपत्र जारी करने का निर्णय किया है कि वे बीपीएल मरीजों से कम फीस लें और अपने क्लीनिक या अस्पतालों में फीस की रेट की सूची लगाएं।
तीन घंटे चली बैठक में मीडियाकर्मियों को रहने की इजाजत दी गई, जिस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी टिप्पणियां भी की गई। मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव हालांकि बीपीएल मरीजों को दी गई रियायत से संतुष्ट नहीं हुए और 13 अक्टूबर को सहरसा में 'जन अदालत' आयोजित करने के कार्यक्रम पर अड़े रहे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं