हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

लोकसभा चुनाव 2024 : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जेजेपी तथा इनेलो को ‘‘वोट काटू’’ पार्टियां करार दिया

हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा.

चंडीगढ़:

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधी लड़ाई की शुक्रवार को उम्मीद जताई और जजपा तथा इनेलो को ‘‘वोट काटू'' पार्टियां करार दिया. कांग्रेस नेता हुड्डा ने दावा किया कि मतदाता संसदीय चुनावों में ‘‘वोट काटू'' पार्टियों, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को खारिज कर देंगे.

राज्य में कांग्रेस नौ सीट पर चुनाव लड़ रही है जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दल आम आदमी पार्टी (आप) कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट चुनाव लड़ रही है. इनेलो और जजपा ने भी कहा है कि वे सभी सीट पर चुनाव लड़ेंगे. हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा.

यह पूछे जाने पर कि वह जजपा और इनेलो के साथ मुकाबले को किस तरह से देखते हैं, तो हुड्डा ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘वे भ्रमित हैं. इन्हें नहीं पता कि वे कितनी सीट पर चुनाव लड़ेंगे और कौन कहां से चुनाव लड़ेगा.''

हुड्डा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा ने भले ही भाजपा से नाता तोड़ लिया है, लेकिन दोनों एक-दूसरे से मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि जजपा कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगी लेकिन लोग उन्हें मौका नहीं देंगे और चुनाव में उन्हें खारिज कर देंगे.

उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होगा. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘वोट काटू' पार्टियों के लिए कोई जगह नहीं है.

यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस हरियाणा से अपने लोकसभा उम्मीदवारों के नाम कब तक घोषित करेगी, हुड्डा ने कहा कि पार्टी की राज्य स्क्रीनिंग कमेटी जल्द ही बैठक करेगी, जिसके बाद पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की एक और बैठक होगी. उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि इस संबंध में अप्रैल के पहले सप्ताह में अंतिम निर्णय हो जाएगा.''

यह पूछे जाने पर कि हरियाणा भाजपा के कई नेता दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव लड़ने से भाग रहे हैं, हुड्डा ने कहा कि वह भाजपा है जो बाहरी उम्मीदवारों पर निर्भर है. उन्होंने कहा, ‘‘उनके पास अपने उम्मीदवार नहीं हैं. लेकिन कांग्रेस के पास मजबूत उम्मीदवार हैं और जब उन्हें मैदान में उतारा जाएगा तो आपको पता चल जाएगा.''

पंजाब के लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और हरियाणा के कुरूक्षेत्र से पूर्व सांसद नवीन जिंदल सहित कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने (हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह का जिक्र करते हुए) किया और कहा, ‘‘क्या भाजपा के मौजूदा सांसद कांग्रेस में शामिल नहीं हुए?'

जब हुड्डा से पूछा गया कि वह लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहते हैं, तो उन्होंने दोहराया कि उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा चुनाव लड़ेंगे और पार्टी रोहतक से उनकी उम्मीदवारी पर फैसला कर रही है. हुड्डा ने कहा, ‘‘यदि दीपेंद्र नहीं लड़ते हैं तो मैं सोच सकता हूं.''

यह पूछे जाने पर कि 2019 में उन्होंने और दीपेंद्र दोनों ने चुनाव लड़ा था, हुड्डा ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘पिछली बार लड़े थे जब ही तो हार गए दोनों.''

कांग्रेस की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष उदय भान से जब पूछा गया कि क्या रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी जैसे वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ना चाहिए, तो उन्होंने कहा कि इन बातों पर स्क्रीनिंग कमेटी में चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम चर्चा करेंगे कि किस सीट से कौन सा उम्मीदवार मजबूत है.''

इस बीच, हुड्डा ने कहा कि 31 मार्च को दिल्ली में रैली होगी और दावा किया कि इसमें हरियाणा से 25,000 लोग हिस्सा लेंगे.

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हुड्डा ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि दो लाख सरकारी पद रिक्त हैं, लेकिन इन्हें भरा नहीं गया है.



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)