क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह? उन्होंने NDTV को दिया जवाब

दिग्विजय सिंह इस समय भारत जोड़ो यात्रा को लेकर केरल में हैं और आज रात दिल्ली लौटेंगे. एनडीटीवी को चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा, "यदि आलाकमान ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा तो मैं नामांकन दाखिल करूंगा."

क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह? उन्होंने NDTV को दिया जवाब

भोपाल:

मध्य प्रदेश के एक दूसरे प्रमुख कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अध्यक्ष पद के लिए पार्टी में होने वाले आंतरिक चुनावों को लेकर दिल्ली का दौरा करेंगे. हालांकि, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस पद पर चुनाव लड़ने को लेकर सभी को सस्पेंस में रखा था. उन्होंने कहा, "मैंने किसी से इस मामले पर चर्चा नहीं की है. मैंने आलाकमान से अनुमति नहीं मांगी है. यह मुझपर छोड़ दीजिए कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं."

दिग्विजय सिंह ने एक बार मजाक में कहा था कि उन्हें प्रतियोगिता से बाहर क्यों किया जा रहा है. यह पूछे जाने पर कि शशि थरूर या अशोक गहलोत दोनों में से कौन पार्टी को आगे बढ़ाएगा, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "चलो देखते हैं. मैं खुद को भी खारिज नहीं कर रहा हूं, आप मुझे बाहर क्यों रखना चाहते हैं?" दो दिन बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.

दिग्विजय सिंह इस समय भारत जोड़ो यात्रा को लेकर केरल में हैं और आज रात दिल्ली लौटेंगे. एनडीटीवी द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने कहा, "यदि आलाकमान ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा तो मैं नामांकन दाखिल करूंगा."

सोमवार को राजस्थान विद्रोह के एक दिन बाद मध्य प्रदेश के एक और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. पार्टी की दौड़ में गहलोत की जगह लेने की अटकलों के बीच, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह अपना ध्यान मध्य प्रदेश पर रखना चाहते हैं. नाथ ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे (कांग्रेस) अध्यक्ष पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. मैं यहां केवल नवरात्रि की शुभकामनाओं के लिए आया हूं."

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इधर राजस्थान में अशोक गहलोत के वफादारों द्वारा विद्रोह के बाद शीर्ष नेतृत्व को संकट में डाल दिया है. इसके बाद यह स्पष्ट नहीं है कि शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माने जाने वाले अशोक गहलोत अभी भी रेस में हैं या नहीं. हालांकि कुछ नेताओं का कहना है कि वह अभी भी दौड़ में हैं, राजस्थान में नेताओं का कहना है कि उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है.