विज्ञापन

बारिश, मलबा और बेचैनी... लेकिन चार दिन बाद मुस्कुराते हुए लौटे धारचूला टनल में फंसे 11 कर्मी

रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने के बाद प्रशासन ने टनल गेट पर जमा मलबे और बोल्डरों को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है.

बारिश, मलबा और बेचैनी... लेकिन चार दिन बाद मुस्कुराते हुए लौटे धारचूला टनल में फंसे 11 कर्मी
  • धारचूला में एनएचपीसी की टनल में फंसे 11 कर्मियों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीमों ने सुरक्षित निकाला
  • लगातार बारिश और मलबे गिरने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हुई लेकिन बचाव कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया
  • एनएचपीसी के जीजीएम एम. कन्नन ने राहत कार्य में प्रमुख भूमिका निभाई और फंसे कर्मियों के संपर्क में रहे
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
देहरादून:

धारचूला में पिछले चार दिनों से एनएचपीसी की टनल में फंसे 11 कर्मियों को आखिरकार सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीमों ने लगातार बारिश और कठिन परिस्थितियों के बावजूद राहत व बचाव अभियान को अंजाम दिया. पहाड़ों से लगातार गिर रहे मलबे और खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कई बार बाधाएं आईं, जिससे कर्मियों को सुरक्षित निकालने में देरी हुई.

एनएचपीसी के जीजीएम एम. कन्नन ने राहत और बचाव कार्य में अहम भूमिका निभाई. वे लगातार टनल में फंसे कर्मियों के संपर्क में रहे और उनकी स्थिति पर नजर बनाए रखी. अधिकारियों के मुताबिक, जैसे ही पहाड़ी से मलबा गिरना बंद हुआ, रेस्क्यू टीमों ने तेजी से काम शुरू किया और सभी 11 कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने के बाद प्रशासन ने टनल गेट पर जमा मलबे और बोल्डरों को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है. साथ ही, दूसरे शिफ्ट के लिए 2 अधिकारियों और 12 संविदा कर्मियों को टनल में भेजा गया है ताकि निर्माण कार्य आगे बढ़ सके. एनएचपीसी के डॉक्टरों ने सभी रेस्क्यू किए गए कर्मियों की स्वास्थ्य जांच की. प्राथमिक जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और उनकी स्थिति स्थिर है. जांच पूरी होने के बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा.

लगातार चार दिनों तक टनल में फंसे रहने के कारण कर्मियों और उनके परिजनों में बेचैनी बनी हुई थी. स्थानीय प्रशासन और बचाव टीमों के अथक प्रयासों के बाद यह रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा, जिससे पूरे इलाके में राहत की लहर दौड़ गई. अधिकारियों का कहना है कि मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आईं, लेकिन टीमों ने हार नहीं मानी. इस दौरान एनएचपीसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय देखने को मिला.

अब टनल के मलबे को हटाने और सुरक्षा को पुख्ता करने पर काम जारी है ताकि भविष्य में इस तरह की कोई स्थिति न बने. रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता से न सिर्फ कर्मियों के परिवारों बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है.

ये भी पढ़ें-: उमर खालिद, शरजील इमाम की नहीं होगी रिहाई... दिल्ली हाईकोर्ट ने दिया ये बड़ा झटका

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com