प्रतीकात्मक चित्र
मुंबई:
पिछले हफ्ते मुंबई के केवल इंडस्ट्रियल एस्टेट की कैंटीन में काम करने वाले 45 साल के एक आदमी की डेंगू से मौत हो गई। मरीज इसी कैंटीन में रहता था। उसके सहकर्मियों ने बताया कि उसे बुखार आया था, जिसके बाद टेस्ट में डेंगू होने की बात सामने आई। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन हफ्ते भर में ही उसकी मौत हो गई।
मुंबई में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। 1 से 7 सितंबर के बीच डेंगू के 34 मामले सामने आए थे, जबकि 8 से 14 सितंबर के बीच 52 मामले सामने आए। पिछले महीने के मुकाबले भी आंकड़े बढ़े हैं। अगस्त में डेंगू के 56 मामले थे, जबकि सितंबर में अब तक यह आंकड़ा 86 तक पहुंच गया है।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ ओम श्रीवास्तव ने कहा कि डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आंकड़ों में जितना दिखता है, उसे कहीं ज्यादा डेंगू के मामले हैं।
बीएमसी का दावा है कि वो डेंगू से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि उसने डेंगू बढ़ने की बात से भी इनकार किया है।
एग्जीक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ पद्मजा केसकर ने कहा कि डेंगू बढ़ नहीं रहा है। पिछले साल जितना ही है और इससे निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं।
जानकारों का कहना है कि बीएमसी आकंड़ों को कम करके दिखा रही है। बीएमसी का कहना है कि वो डेंगू से निपटने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। अस्पताल और डॉक्टर पूरी तरह से तैयार हैं और मच्छरों से निपटने की भी कोशिश जारी है। पर सवाल यह है कि अगर डेंगू के मामले इसी तरह बढ़ते रहे, तो क्या ये कोशिशें काफी साबित होंगी?
मुंबई में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। 1 से 7 सितंबर के बीच डेंगू के 34 मामले सामने आए थे, जबकि 8 से 14 सितंबर के बीच 52 मामले सामने आए। पिछले महीने के मुकाबले भी आंकड़े बढ़े हैं। अगस्त में डेंगू के 56 मामले थे, जबकि सितंबर में अब तक यह आंकड़ा 86 तक पहुंच गया है।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ ओम श्रीवास्तव ने कहा कि डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आंकड़ों में जितना दिखता है, उसे कहीं ज्यादा डेंगू के मामले हैं।
बीएमसी का दावा है कि वो डेंगू से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि उसने डेंगू बढ़ने की बात से भी इनकार किया है।
एग्जीक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ पद्मजा केसकर ने कहा कि डेंगू बढ़ नहीं रहा है। पिछले साल जितना ही है और इससे निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं।
जानकारों का कहना है कि बीएमसी आकंड़ों को कम करके दिखा रही है। बीएमसी का कहना है कि वो डेंगू से निपटने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। अस्पताल और डॉक्टर पूरी तरह से तैयार हैं और मच्छरों से निपटने की भी कोशिश जारी है। पर सवाल यह है कि अगर डेंगू के मामले इसी तरह बढ़ते रहे, तो क्या ये कोशिशें काफी साबित होंगी?