भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भायखला चिड़ियाघर के नाम से मशहूर शहर के वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा 8 पेंगुइन खरीदने की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है. भाजपा के मुंबई प्रमुख शेलार यह भी चाहते हैं कि चिड़ियाघर का कायाकल्प करने की प्रक्रिया भी विशेष जांच दल की जांच में शामिल की जाए. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में शुक्रवार को बहस के दौरान यह बात कही.
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2009 में मास्टर प्लान तैयार हुआ था
शेलार यह जानना चाहते हैं कि विदेश से खरीदे गए ये पेंगुइन क्या बैक्टीरिया से संक्रमित थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भायखला चिड़ियाघर के सुधार के लिए मास्टर प्लान तैयार करते हुए परियोजना निदेशक को बगैर आवेदन आमंत्रित किए नियुक्त किया गया. भायखला चिड़ियाघर की पुनर्विकास योजना सबसे पहले 2005 में बनाई गई थी. मास्टर प्लान 2009 में तैयार किया गया था, जिसे बीएमसी की धरोहर संरक्षण समिति ने खारिज कर दिया था. विधायक ने दावा किया कि इसके बावजूद उसी कंपनी को दोबारा योजना तैयार करने का अनुबंध दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कंपनी को ठेका दिया गया, उसने फर्जी ईमेल, जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया तथा उसे ऐसा काम करने का कोई अनुभव नहीं था.
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शिवसेना भी जांच पर जोर देगी
शिवसेना विधायक और मुंबई के पूर्व महापौर सुनील प्रभु ने कहा कि उनकी पार्टी भी जांच पर जोर देगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुंबई के महापौर विश्वनाथ महादेश्वर ने 17 मार्च को भायखला चिड़ियाघर में पेंगुइन के लिए नव निर्मित बाड़े का उद्घाटन किया था. भायखला चिड़ियाघर बीएमसी के क्षेत्राधिकार के तहत आता है जिस पर दो दशकों से ज्यादा समय से शिवसेना का शासन है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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