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This Article is From Aug 19, 2020

दिल्ली में पहला 'पोस्ट कोविड क्लीनिक', ठीक होकर फिर कोरोना जैसे लक्षण दिखें तो यहां जाएं!

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बताया था कि ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं जिनमें कोरोना मरीज़ ठीक हुए, लेकिन बाद में ऑक्सीजन की कमी होने के चलते उनकी मौत हो गई.

दिल्ली में पहला 'पोस्ट कोविड क्लीनिक', ठीक होकर फिर कोरोना जैसे लक्षण दिखें तो यहां जाएं!
गुरुवार से यहां कोविड क्लीनिक काम करना शुरू कर देगा
नई दिल्ली:

दिल्ली में देश का पहला पोस्ट कोविड क्लीनिक (Post Covid Clinic) खुलने जा रहा है. अगर कोरोना (Coronavirus) मुक्त होने के बाद भी आप थकान, या ऑक्सीज़न की कमी महसूस कर रहे हों तो यहां आ सकते हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पहला पोस्ट कोविड क्लीनिक तैयार किया गया है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में देखने में आया है कि कोरोना से ठीक होने के बावजूद कुछ मरीजों को थकान हो रही है, सांस लेने में दिक्कत हो रही है या शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो रही है. ऐसे लोगों के लिए अभी तक कोई तय कई जगह नहीं थी, जहां जाकर वह अपनी समस्या बताएं और इलाज कराएं. 

यही नहीं इस बात पर भी पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही है कि कहीं यह स्थिति दोबारा संक्रमण की तो नहीं है. ऐसे में अब इस तरह का क्लीनिक खोलकर सरकार ने एक पहल जरूर की. साथ ही इस बात पर भी मुहर लगाई है कि व्यक्ति कोरोना से ठीक होने के बाद कुछ समस्याओं का सामना कर सकता है.  

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ बी एल शेरवाल ने एनडीटीवी को बताया 'पोस्ट कोविड क्लीनिक का जो मुख्य उद्देश्य है वह यह है कि पिछले दिनों एक कॉमन सी शिकायत हमारे यहां से ठीक हो कर गए कुछ मरीज कर रहे हैं वह लोग बता रहे हैं कि उनको सांस लेने में दिक्कत हो रही है या फिर थकान बहुत जल्दी हो जा रही है. साथ ही वह लोग अकेलेपन की भी शिकायत कर रहे हैं. पोस्ट कोविड क्लीनिक खोलने के पीछे हमारी कोशिश है कि एक छत के नीचे इन सभी मरीजों की सभी समस्याओं का समाधान किया जा सके.'

डॉ शेरवाल ने बताया कि पोस्ट कोविड क्लीनिक में आने वाले मरीज़ों के फेफड़ों पर डॉक्टर ख़ास ध्यान देंगे. ब्लड टेस्ट, एक्स-रे और सीटी स्कैन की सुविधा होगी और मरीज की स्थिति के अनुसार परामर्श और योगा के लिए भी अलग व्यवस्था रहेगी. 

बीते हफ्ते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बताया था कि ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं जिनमें कोरोना मरीज़ ठीक हुए, लेकिन बाद में ऑक्सीजन की कमी होने के चलते उनकी मौत हो गई. अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि 'कुछ मरीज ऐसे सामने आए हैं कि उनका कोरोना तो नेगेटिव हो गया अस्पताल से घर वापस आ गए लेकिन तीन-चार दिन के अंदर पता नहीं कैसे उनकी ऑक्सीजन डाउन हो गई. अब हम ऐसे मरीजों जिनकी घर पहुंचने के बाद ऑक्सीजन डाउन हो जा रही है उनके घर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भिजवाने का काम भी शुरू करने वाले हैं.'

उत्तर पूर्वी दिल्ली का राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल दिल्ली सरकार का है. ये 500 बेड का कोरोना अस्पताल है. गुरुवार से यहां कोविड क्लीनिक काम करना शुरू कर देगा. कुछ लोगों के मन में यह सवाल भी हैं कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल क्योंकि कोरोना हॉस्पिटल है तो कहीं दोबारा यहां पर आने पर मरीज को संक्रमण तो नहीं हो जाएगा या फिर मरीज के साथ जो तीमारदार आएंगे उनको तो संक्रमण नहीं हो जाएगा, तो इस बारे में अस्पताल का कहना है कि कोरोना का इलाज जिस बिल्डिंग में होता है वह अलग है और जहां पोस्ट कोविड क्लीनिक खोला गया है वह जगह उस बिल्डिंग से बिल्कुल अलग है इसलिए यहां संक्रमण का खतरा नहीं है. 

वीडियो: दुनिया भर में कोरोना की वैक्सीन का राष्ट्रवाद, WHO ने जारी की चेतावनी

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