दिल्ली सरकार लंपी वायरस संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए राजधानी में स्वस्थ मवेशियों के टीकाकरण के लिए ‘गोट पॉक्स' टीके की 60,000 खुराक खरीदेगी. दिल्ली सरकार की तरफ से मवेशियों को टीके की खुराक नि:शुल्क प्रदान की जाएगी. दिल्ली सरकार के पर्यावरण एवं विकास मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को बताया था कि दिल्ली में, ज्यादातर दक्षिण-पश्चिम जिले में, मवेशियों में लंपी वायरस संक्रमण के 173 मामले पाए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम से मामलों में कोई वृद्धि नहीं हुई है. अब तक किसी मवेशी की मौत की खबर नहीं है.
उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''दिल्ली में मवेशियों की आबादी लगभग 80,000 है. दर को लेकर आपूर्तिकर्ता के साथ करार को अंतिम रूप दे रही केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि 60,000 खुराक जल्द ही हम तक पहुंच जाएगी.'' अधिकारी ने कहा, ''हमने शनिवार को पशुपालन और डेयरी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और उनसे जल्द से जल्द टीके उपलब्ध कराने का अनुरोध किया.'' उन्होंने कहा कि सरकार ‘एक निश्चित दायरे में टीकाकरण की रणनीति' पर अमल करेगी, जिसके तहत पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्वस्थ मवेशियों को गोट पॉक्स टीका लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि लंपी एक संक्रामक बीमारी है, जो मवेशियों के संक्रमित मच्छरों, मक्खियों, जूं और ततैया के सीधे संपर्क में आने से फैलती है. इसके अलावा दूषित भोजन और पानी के सेवन से भी मवेशी इस संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. लंपी वायरस के संक्रमण के कारण मवेशियों को बुखार होने के साथ-साथ उनके शरीर में गांठें पड़ जाती हैं. यह बीमारी जानलेवा हो सकती है. हालांकि, यह बीमारी मवेशियों से मनुष्यों में नहीं फैलती है.
लंपी के लक्षणों में पशुओं में तेज बुखार, दूध उत्पादन में कमी, त्वचा में गांठें पड़ना, भूख न लगना, नाक से पानी निकलना और आंखों में पानी आना शामिल हो सकता है. केंद्र के मुताबिक, लंपी वायरस गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में फैल चुका है और देश में लगभग 57,000 मवेशियों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में लंपी वायरस के सर्वाधिक मामले गोयला डेयरी क्षेत्र, रेवला खानपुर क्षेत्र, घुमानहेड़ा और नजफगढ़ से सामने आए हैं.
राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने दो सचल पशु चिकित्सा क्लीनिक स्थापित किए हैं और मवेशियों के नमूने एकत्र करने के लिए 11 त्वरित कार्रवाई बल का गठन किया गया है. राय ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के रेवला खानपुर में लंपी से संक्रमित मवेशियों के लिए एक पृथकवास केंद्र बनाया जा रहा है. पृथकवास में 4,500 संक्रमित मवेशी रह सकते हैं. यह पृथकवास स्वस्थ मवेशियों के रहने के स्थान से अलग रखा गया है. पृथकवास केंद्र में मच्छरदानी लगाई गई है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लंपी वायरस ज्यादातर मामलों में मवेशियों की मौत का कारण नहीं बनता और इससे मृत्यु दर सिर्फ एक से दो प्रतिशत है.
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