- 25 सितंबर 2025 को शाहीन और मुजम्मिल ने कैश में सिल्वर रंग की मारुति ब्रेजा कार खरीदी थी.
- डॉक्टर शाहीन की कैश में खरीदी कार और ट्रांजेक्शन जांच एजेंसियों के दायरे में हैं.
- व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल अब एजेंसियों की जांच की घेरे में है.
दिल्ली ब्लास्ट के बाद अब हर दिन नए-नए फोटो-वीडियोज सामने आ रहे हैं. इसी क्रम में अब एक बड़ा सुराग सामने आया है. आरोपियों में शामिल 'मैडम सर्जन' यानी डॉक्टर शाहीन ने कुछ दिनों पहले ब्रेजा कार खरीदी थी. वह 25 सितंबर को खरीदी गई थी और पूरी पेमेंट कैश में की गई थी.
जांच एजेंसियों को पता चला है कि कार खरीदते समय शाहीन के साथ मुजम्मिल भी मौजूद था. दोनों की ब्रेज़ा कार के साथ खिंची तस्वीर अब जांच का अहम हिस्सा है. कार की कैश पेमेंट और खरीद की टाइमिंग ने सुरक्षा एजेंसियों की शंका और गहरी कर दी है.
कैश में खरीदी सिल्वर कलर की ब्रेजा
25 सितंबर 2025 को मुजम्मिल ने शाहीन के नाम पर एक मारुति सुजुकी शोरूम से सिल्वर कलर की ब्रेज़ा कार खरीदी. पूरी पेमेंट कैश में की गई, जो संदिग्ध है. शाहीन और मुजम्मिल दोनों वहां मौजूद थे, और उनकी कार के साथ खींची गई फोटो अब जांच का अहम सबूत है.
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'मैडम सर्जन' के नाम से चर्चित थी शाहीन
डॉ. शाहीन को उसके नेटवर्क के लोग ‘मैडम सर्जन' के नाम से बुलाते थे. उसका व्हाट्सऐप डेटा खंगालने पर पता चला है कि दो मोबाइल नंबरों से उसे सबसे ज्यादा मैसेज और कॉल आते थे. लेकिन दोनों नंबरों पर न प्रोफ़ाइल फोटो है, न ही किसी की पहचान.
इन दोनों नंबरों को डॉ. शाहीन ने अपने फोन में मैडम एक्स और मैडम जेड के नाम से सेव कर रखा था.
कोडवर्ड में बातचीत, ‘मेडिसिन' ही असल में विस्फोटक?
जांच में सामने आया है कि बातचीत में 'मेडिसिन' शब्द बार-बार इस्तेमाल हुआ है. एजेंसियों को शक है कि यह शब्द असल में विस्फोटकों या ब्लास्ट मैटेरियल के लिए कोडवर्ड था. मैडम एक्स की ओर से आए एक मैसेज में लिखा था,'ऑपरेशन के लिए मेडिसिन कम नहीं पड़नी चाहिए.' सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यहां ‘ऑपरेशन' शब्द का इस्तेमाल आतंकी हमले को दर्शाने के लिए किया गया होगा.
लाल किला के बाहर हुआ था ब्लास्ट
बता दें कि 10 नवंबर को रेड फोर्ट के पास एक कार ब्लास्ट हुआ था. धमाका इतना जोरदार था कि 13 लोगों की जान चली गई. अब तक की जांच में इस ब्लास्ट के पीछे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की जानकारी सामने आई है. यह मॉड्यूल जम्मू-कश्मीर से हथियार और विस्फोटक दिल्ली-NCR लाने का काम कर रहा था.
इस ब्लास्ट के मुख्य आरोपी डॉक्टर हैं, जिन्हें 'व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल' कहा जा रहा है. इनमें शामिल हैं:
डॉ. शाहीन शाहिद (अली फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद की डॉक्टर): ब्लास्ट के बाद फरार होने की कोशिश में पकड़ी गई.
डॉ. मुजम्मिल: शाहीन का साथी, जो कार खरीदारी में शामिल थे.
डॉ. उमर नबी: i20 कार ब्लास्ट में शामिल फिदायीन. पुलवामा में उसके घर को ध्वस्त किया गया.
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