Mega NDTV Exclusive : विदेशमंत्री एस जयशंकर से खास बातचीत
भारत की अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 समिट होने जा रहा है. इसे लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया एक्सक्लूसिव बातचीत की. इंटरव्यू में विदेश मंत्री ने बताया कि जी-20 की अध्यक्षता ने भारत की वैश्विक स्थिति को कैसा आकार दिया. वहीं, कश्मीर के मुद्दे पर जयशंकर ने कहा कि आर्टिकल 370 निरस्त करना भारत के 10 वर्षों में हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि में एक है. ये इंटरव्यू NDTV की मेगा एक्सक्लूसिव सीरीज़ #DecodingG20WithNDTV का हिस्सा है.
S Jaishankar Exclusive Interview Highlights in Hindi :
ये वक्त री-ग्लोबलाइजेशन का -विदेश मंत्री
इंटरव्यू के आखिर में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ये वक्त री-ग्लोबलाइजेशन का है. हम मिलकर हर समस्या का हल निकाल सकते हैं.
EXCLUSIVE : "कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि" - विदेशमंत्री एस जयशंकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है.
(यहां पढ़ें 10 खास बातें) लूसिंग स्टॉक में कौन इंवेस्ट करेगा- पाकिस्तान पर बोले विदेश मंत्री एस जयशंकरविदेश मंत्री से इस दौरान पाकिस्तान को लेकर भी सवाल किए गए. एस जयशंकर ने कहा, "मैंने देखा कि कैसे दुनिया ने हम पर दबाव बनाने के लिए कश्मीर का इस्तेमाल किया. आर्टिकल 370 को निरस्त करना पिछले 10 वर्षों की हमारी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. पाकिस्तान इस पर आज भी बात करता है, लेकिन आप सोचिए पाकिस्तान को लेकर अब दुनिया बात क्यों नहीं करती. बात साफ है... लूसिंग स्टॉक में कौन इंवेस्ट करेगा?"
सप्लाई चेन रुकने से पूरी दुनिया को नुकसान: एस जयशंकरविदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा B-20 ग्रुप( G-20 का ऑफिशियल बिजनेस डायलॉग) के सामने मुख्य मुद्दा सप्लाई चेन है. खासकर जब से कोविड महामारी ने दिखाया है कि सप्लाई चेन कैसे अर्थव्यवस्था पर असर डालती है."
भारत दूसरे देशों के साथ कारोबार करने के इच्छुक -विदेश मंत्रीविदेश मंत्री ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में हमने भारत में विश्व स्तरीय व्यवसाय लाने के लिए एक अलग दृष्टिकोण देखा है. हम दूसरे देशों के साथ कारोबार करने के इच्छुक हैं."
भारत को चीन प्लस वन के रूप में नहीं दिखाया जाना चाहिए- एस जयशंकरएनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बात करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "जी 20 अपने जनादेश का पालन करेगा, जो वैश्विक वृद्धि और विकास है. यूएनएससी अपना काम करता रहेगा. आप कहीं और जाकर संयुक्त राष्ट्र को ठीक नहीं कर सकते. संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों को यह महसूस करना होगा कि यह सुधारों का समय है. भारत को चीन प्लस वन के रूप में नहीं दिखाया जाना चाहिए".
हम एक बहुध्रुवीय विश्व में जी रहे- विदेश मंत्री#DecodingG20WithNDTV के तहत एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बात करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "हम एक बहुध्रुवीय विश्व की ओर बढ़ रहे हैं, जिसके लिए ज्यादा कुशल कूटनीति (डिप्लोमेसी) की जरूरत है. ये कूटनीति ऐसे लोगों के लिए बिल्कुल नहीं है, जो धैर्य नहीं रख पाते."
वार्ता के ख़िलाफ़ नहीं, इसी से हल निकलते हैं : दुनिया के हालात पर NDTV से बोले विदेशमंत्री एस जयशंकररूस-यूक्रेन युद्ध और दुनिया के मौजूदा हालात पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम वार्ता के खिलाफ नहीं हैं. बल्कि हमारा मानना है कि इसी से समस्या का हल निकलता है.
(पढ़ें पूरी खबर) PM मोदी के साथ यात्रा करने के अनुभव पर क्या बोले एस जयशंकर?PM मोदी के साथ यात्रा करने के अनुभव के बारे में बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा, " PM मोदी देश के निर्माण में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. वो खुले विचारों वाले और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली भी हैं. पीएम ऐसे व्यक्तित्व हैं, जो हमेशा नई चीजों और नई जानकारियों को लेकर उत्सुक रहते हैं. उनमें नई चीजों को सीखने की अपार इच्छा है. उन्होंने विदेश नीति पर बहुत समय दिया है."
जयशंकर ने बताया BRICS में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति पीएम मोदी के बगल में क्यों चाहते थे बैठना?इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा हाल में संपन्न हुए ब्रिक्स में पीएम मोदी के बगल में क्यों बैठना चाहते थे. उन्होंने कहा, "जोहान्सबर्ग में लोग एक दिन पहले इसके (चंद्रयान -3 लैंडिंग) के बारे में बात कर रहे थे. भारत की इस उपलब्धि पर हर कोई जुड़ाव महसूस कर रहा था. तब दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा ने कहा था कि वह पीएम मोदी के बगल में बैठेंगे, ताकि इसका कुछ असर उन पर पड़ सके. चंद्रयान-3 की लैंडिंग के वक्त दुनिया का एक बड़ा हिस्सा हमारे साथ था."
जी-20 के सामने सप्लाई चेन अहमविदेश मंत्री ने कहा, "जी-20 के सामने सप्लाई चेन अहम है. ग्लोबल साउथ की आवाज के तौर पर भारत को बहुत काम करने हैं."
#DecodingG20WithNDTV के तहत एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बात करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "G20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है. अगर ग्लोबल साउथ की महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित नहीं किया गया, तो यह आगे नहीं बढ़ सकता."
विकसित देश अक्सर क्लाइमेट एक्शन की बात करते हैं, लेकिन करते कुछ नहीं : विदेश मंत्रीजलवायु परिवर्तन संकट में विकसित देशों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर, एस जयशंकर ने कहा, "जो लोग उपदेश देते हैं वे आचरण नहीं करते". उन्होंने कहा कि भारत को अपने कार्यों से वैश्विक समुदाय को आगे का रास्ता दिखाना होगा.
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PM मोदी ने कही दुनिया के दिल की बात-एस जयशंकरविदेश मंत्री ने कहा, "ये जंग का समय नहीं है... इस लाइन से पीएम मोदी ने दुनिया के दिल की बात कह दी है. हमें एक-दूसरे को सहयोग करते हुए आगे बढ़ना होगा."
भारत के क्षेत्रों को अपने मैप में दिखाना चीन की पुरानी आदत- एस जयशंकर
भारतीय क्षेत्रों के अपने मैप में दिखाने की चीन की हिमाकत को लेकर पूछे गए सवाल पर जयशंकर ने कहा, "ऐसा करना उनकी पुरानी आदत रही है. अक्साई चीन और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा हैं. हमारी सरकार का रुख देश के हिस्सों को लेकर बेहद साफ है. अनाप-शनाप दावे करने से दूसरों के इलाके आपके नहीं हो सकते"
क्लाइमेट जी-20 की प्राथमिकता- एस जयशंकरविदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्लाइमेट जी-20 की प्राथमिकता है. हम ग्लोबल साउथ की आवाज हैं. हमें क्लाइमेट चेंज के साथ ही क्लाइमेट एक्शन पर बात करना होगा.
श्रीअन्न (मोटे अनाज) की पैदावार से निकलेगा खाद्य संकट का हल एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बात करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "खाद्य संकट का हल हम श्रीअन्न (मोटे अनाज) की पैदावार बढ़ाकर कर सकते हैं. हम जटिल समस्याओं के आसान हल खोजने होंगे."
लाइफ़स्टाइल में भी अहम बदलाव लाने होंगे- विदेश मंत्रीविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "इस बार का जी20 जनभागीदारी, समस्याओं का हल तलाशने में जनता की भागीदारी, चाहता है. भोजन, ऊर्जा, क्लाइमेट हैं जी20 के मुद्दे, लेकिन लाइफ़स्टाइल में भी अहम बदलाव लाने होंगे."
ग्लोबल साउथ की आवाज बनना जिम्मेदारी का विषयविदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "कभी-कभी विकसित देश क्लाइमेट एक्शन के बारे में बात तो करते हैं, लेकिन एक्शन नहीं लेते. भारत इन मुद्दों को उठाता आया है. ग्लोबल साउथ की आवाज बनना जिम्मेदारी का विषय है. यह उपाधि हमने स्वयं को नहीं दी. क्लाइमेट एक्शन बहुत ज़रूरी है, क्योंकि जलवायु आपदाएं और आपात स्थितियां एक आर्थिक आपदा बनती जा रही हैं.
फ्यूल और फूड पर हो रहा यूरोप में संघर्ष का असर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से खास बातचीत में कहा, "यूरोप में संघर्ष का असर ईंधन, भोजन पर पड़ रहा है. आर्थिक परिणामों वाली क्लाइमेट चेंज की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं. दुनिया में हालात पहले से भी ज्यादा चिंताजनक हैं."
ग्लोबल साउथ एक फीलिंग-एस जयशंकरविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "ग्लोबल साउथ एक फीलिंग है, जो हमारे दिल में है. ग्लोबल साउथ का मतलब ऐसे देशों से हैं, जो दूसरे देशों के साथ को-ऑपरेट करके काम करते हैं."
नई विश्व व्यवस्था में भारत की अहम भूमिका-एस जयशंकरविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "नई विश्व व्यवस्था में भारत की अहम भूमिका है. हमें डिबेटिंग फोरम में डिबेट करना है. वहां मैदान नहीं छोड़ना है. लेकिन जहां बात और सहयोग से काम हो जाए, हमें वो काम भी करना है."
भारत को दिलचस्पी से देख रही है दुनिया: एस जयशंकर#DecodingG20WithNDTV के तहत एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बात करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "2008 की मंदी के बाद दुनिया को कई चुनौतियां मिली. 2023 के बाद की जिंदगी बहुत जटिल है. कोरोना महामारी के बाद कई चिंताएं हैं. भारत की जी-20 की अध्यक्षता अनूठी है."
2030 तक भारत में कामकाजी आबादी सबसे अधिक होगी - मैकिन्सेभारत में 2030 तक कामकाजी आबादी सबसे ज्यादा होगी. साथ ही दुनिया आर्थिक भूगोल को पूर्वी देशों की ओर स्थानांतरित होते देख रही है, मैकिन्से ने शनिवार को जी20 अर्थव्यवस्थाओं में सतत और समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाली अपनी रिपोर्ट में कहा.
(यहां क्लिक करके पढ़ें पूरी रिपोर्ट) जी20 की अध्यक्षता ने भारत की वैश्विक स्थिति को दिया नया आकार
जी-20 समिट पर #DecodingG20WithNDTV सीरीजजी-20 समिट को लेकर NDTV ने #DecodingG20WithNDTV सीरीज शुरू की है. इसके तहत हम जी-20 के एजेंडे, लक्ष्य और मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं. इस सीरीज के तहत शनिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अपने विचार रखे थे.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से एक्सक्लूसिव बातचीतभारत की अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 समिट होने जा रही है. इसे लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मंगलवार शाम 4 बजे NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया एक्सक्लूसिव बातचीत करने जा रहे हैं.