एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की फाइल फोटो
मुंबई: मुंबई में बाहरी मजदूरों के खिलाफ राज ठाकरे के नफरत भरे भाषण के एक दिन बाद ही शहर के अंधेरी इलाके में गुरुवार शाम एक ऑटो रिक्शा में आग लगा देने का मामला सामने आया है।
पुलिस का कहना है कि इन शरारती तत्वों की अभी पहचान नहीं हो पाई और इस घटना के पीछे कौन लोग हैं यह भी साफ नहीं हो पाया है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि वे लोग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के लोग थे और उन्होंने गले में पार्टी का पट्टा पहन रखा था। चश्मदीदों ने यह भी बताया कि वे लोग मराठी में एमएनएस और राज ठाकरे जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उन लोगों ने सड़क पर एक ऑटो रिक्शा को रोककर उसमें आग लगा दी, हालांकि उन्होंने चालक को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
इससे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने करीब 70 फीसदी नए ऑटोरिक्शा परमिट गैर-मराठियों को दिए जाने का दावा करते हुए धमकी दी थी कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अगर इन ऑटोरिक्शा को सड़कों पर चलते देख लिया, तो वे उन्हें आग के हवाले कर देंगे।
बुधवार को एमएनएस के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, 'अगर नए परमिट वाले ऐसे ऑटोरिक्शा को सड़कों पर चलते देख लिया तो अंदर बैठे लोगों को बाहर आने को बोला जाएगा और ऑटो को आग लगा दी जाएगी। चूंकि राज्य का परिवहन विभाग शिवसेना के पास है तो मैं पूछना चाहता हूं कि सौदे में उसे कितने पैसे मिल रहे हैं।'
उनके इस भाषण की कई राजनीतिक पार्टियों ने निंदा की है। कांग्रेस ने जहां ठाकरे के खिलाफ पुलिस केस दर्ज करने की बात कही, वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि महाराष्ट्र किसी के बाप की जागीर नहीं है कि वे जो कहेंगे वही होगा।
गौरतलब है कि राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस प्रवासी मजदूरों को अकसर ही निशाना बनाती रही है, जिसमें से ज्यादातर लोग बिहार और यूपी के होते हैं। पार्टी का आरोप है ये प्रवासी स्थानीय लोगों की नौकरियां छीन रहे हैं।