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6 years ago

भयावह चक्रवाती तूफान फानी (Fani Cyclone 2019) की वजह से पश्चिम बंगाल में तेज बारिश और तेज हवा चलने का सिलसिला शुरू हो गया है. ओडिशा में 8 लोगों की जान लेने के बाद अब तूफान फानी (Cyclone Fan) पश्चिम बंगाल पहुंच चुका है. बंगाल में तूफान फानी के दस्तक देने के बाद से ही तेज हवाएं चल रही हैं और आंधी की वजह से कई पेड़ उखड़ गए हैं. बंगाल के कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हो रही है. बता दें कि इससे पहले ओडिशा में 11 लाख लोगों को विस्थापित किया गया है. इससे पूर्वी मिदनापुर जिले में 50 घर तबाह हो गए हैं. इससे पहले चक्रवात फानी (Cyclone Fani Update) वर्तमान में कोलकाता के दक्षिण-पश्चिम में 370 किलोमीटर की दूरी पर ओडिशा में थी. तूफान के पश्चिम बंगाल में 90 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मध्यरात्रि से शनिवार सुबह तक दस्तक देने की संभावना थी. फानी के कारण हवा की गति 115 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की आशंका जताई गई है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक तूफान फानी ओडिशा तट के पास जगन्नाथपुरी को पार कर चुका है. यह पश्चिम बंगाल में भयावह तूफान के रूप में दस्तक भी दे चुका है..पश्चिम बंगाल के दीघा में तूफान फानी का अब तक सबसे ज्यादा असर दिखा है.

Here is live Updates on Cyclone Fani:

ओडिशा के अधिकांश हिस्सों को तबाह करने वाले चक्रवात 'फानी' से पश्चिम बंगाल को अब कोई खतरा नहीं है, क्योंकि यह पड़ोसी बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले और कमजोर हो चुका है. ओडिशा में शुक्रवार को इस चक्रवाती तूफान ने भारी तबाही मचायी थी, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
भारतीय नौसेना के पूर्वी नौसैन्य कमान ने ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान 'फोनी' से मची तबाही के बाद बड़े पैमाने पर बचाव एवं पुनर्वास के प्रयास शुरू किए.
केंद्र ने कहा है कि चक्रवाती तूफान 'फानी' ने पुरी, भुवनेश्वर और ओडिशा के अन्य इलाकों में दूरसंचार और बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचाया है, जबकि शनिवार को राज्य में रेल और हवाई संपर्क बहाल हो रहा है.
हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने शनिवार को कहा कि उसने ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल में फानी चक्रवात से प्रभावित ग्राहकों की मदद के लिए एक आपातकालीन टीम तैनात की है. कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि ''हुंदै राहत कार्यबल'' फानी चक्रवात से प्रभावित वाहन मालिकों के लिए सेवाओं को बढ़ाएगा.

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा, 'तूफान फानी की वजह से गुवाहाटी में 58, अगरतला में 8, दीमापुर में 2, लीलाबाड़ी में 2, डिब्रूगढ़ में 4 और इंफाल में 6 उड़ानें रद्द की गईं.

चक्रवाती तूफान 'फोनी' से ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. तूफान के दस्तक देने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य के लगभग 10,000 गांवों और शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू किया गया.

भीषण चक्रवाती तूफान फानी के चलते कई घंटे तक बंद रहने के बाद कोलकाता हवाईअड्डे पर शनिवार सुबह परिचालन बहाल हो गया. 

रणदीप राणा ने आगे कहा कि ओडिशा में प्रभावित इलाकों में पावर, पानी, और सड़कों को काफी नुकसान हुआ है. वहां अभी एनडीआरएफ की 44 टीमें बुनियादी सुविधा बहाल करने के काम में जुटी हुई हैं. 
NDRF DIG (Ops) रणदीप राणा ने हा कि साइक्लोन फानी इस वक्त कमजोर होकर साइक्लोन के रूप में पश्चिम बंगाल के इलाकों को कवर करते हुए बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहा है. बंगाल में फानी का बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है. अभी हालात ठीक हैं. एनडीआरएफ की नौ टीमें बंगाल में तैनात हैं. 

इस तूफान से पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना के अलावा हावड़ा, हुगली, झाड़ग्राम, कोलकाता और सुंदरवन समेत पश्चिम बंगाल के कई जिलों के प्रभावित होने की आशंका है.  पश्चिम बंगाल के बाद यह तू‍फान बांग्लादेश की ओर बढ़ेगा और फिर कमजोर पड़ जाएगा.
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान 'फोनी' के दस्तक देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से शनिवार को बात की. प्रधानमंत्री ने त्रिपाठी के साथ अपनी बातचीत के दौरान इस बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद मुहैया कराए जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

मोदी ने ट्वीट किया, "चक्रवात फोनी के मद्देनजर बंगाल के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता भी व्यक्त की." अधिकारियों ने बताया कि फोनी तूफान के शुक्रवार को ओडिशा में दस्तक देने के बाद अत्यधिक बारिश होने के साथ ही 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. इसके चलते कम से कम आठ लोगों की मौत हुई, कच्चे मकान नष्ट होने के साथ ही कई गांव और नगर जलमग्न हो गए. 

पीएम मोदी तूफान फानी से प्रभावित ओडिशा का 6 मई को दौरा करेंगे. 
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के तट पर प्रवेश के दौरान अपेक्षाकृत कमजोर था जो बंगाल पहुंचते ही बहुत शक्तिशाली हो गया. बंगाल में अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है. 

ओडिशा में शुक्रवार को प्रवेश कर तबाही मचाने वाले शक्तिशाली चक्रवाती तूफान फानी के इसके कुछ घंटों बाद मध्यरात्रि में पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से वहां भारी बारिश होने लगी और तूफान में पेड़ उखड़ते चले गए. यह पिछले कई दशकों में भारतीय उपमहाद्वीप पर आया सबसे शक्तिशाली तूफान है.
चक्रवात फानी के कहर को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल में समंदर में न जाने की सलाह दी गई है. इतना ही नहीं, फानी की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए 5 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को हाईअलर्ट पर रखा गया है. दीघा, कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई शहरों में आंधी के सात तेज बारिश...
पश्चिम बंगाल में तूफान फानी का असर सड़कों पर भी दिख रहा है. दीघा में गिरे हुए पेड़ को सड़क से हटाते हुए.
पश्चिम बंगाल में तूफान फानी का असर, कोलकाता में आंधी-तूफान के साथ झमझमा बारिश.
पश्चिम बंगाल, दीघा: तूफान फानी पश्चिम बंगाल पहुंचा. खड़गपुर पार किया.
चक्रवाती तूफान 'फानी' खड़गपुर को पार करते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गया है. यह तूफान अब पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ता जा रहा है. हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा है.

पश्चिम बंगाल में करीब 7,000 लोगों ने आश्रयगृहों में शरण ले ली है. राज्य में 56 बचाव आश्रयगृह खोले गए हैं. अब तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. पश्चिम मिदनापुर में हालात का आकलन किया जा रहा है. फिलहाल आंशिक नुकसान होने की सूचना है.
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के कलेक्टर पार्थ घोष के अनुसार तेज बारिश व हवाओं (Fani Cyclone) से आंशिक रूप से करीब 50 घर तबाह हो गए हैं. प्रभावित इलाकों में रामनगर ब्लॉक एक व दो, कोनटाई ब्लॉक, इगरा व नंदाकुमार शामिल हैं. करीब 22,000 लोगों को उनके घरों से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हटाया गया है. इनमें से ज्यादातर अपने संबंधियों के घर चले गए हैं.
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