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2 years ago

चक्रवाती बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) गुरुवार शाम गुजरात के तट से टकराया. इसके बाद शुक्रवार सुबह हर तरफ तबाही के निशान दिखे. तटीय इलाकों में 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. इसकी चपेट में आने से 22 लोग घायल हो गए. वहीं 23 मवेशियों की मौत की खबर है आज ये तूफान गुजरात के 940 गांवों से होता हुआ राजस्थान की ओर बढ़ रहा है.

राजस्थान की ओर बढ़ रहा चक्रवात, वहां पहले से टीम तैनात : एनडीआरएफ
चक्रवात अब दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है तथा एनडीआरएफ ने राज्य सरकार से विचार विमर्श करके एक टीम जलोर में पहले ही तैनात कर दी है क्योंकि भारी बारिश से बाढ़ आने और लोगों के फंसने का खतरा है. राहत तथा बचाव कार्य के लिए गुजरात में एनडीआरएफ की 18 टीम पेड़ काटने वाली मशीनों तथा नौकाओं के साथ तैनात हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात से पैदा किसी भी हालात से निपटने के लिए महाराष्ट्र में पांच तथा कर्नाटक में चार टीम तैनात हैं.
गांधीनगर के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा है कि अभी हमें सतर्क रहना होगा. अभी तक करीब 24-25 लोग घायल हुए हैं और एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है. करीब 60 कच्चे मकान टूटे हैं. अभी कच्छ, बनासकांठा, पाटन जिले में अलर्ट जारी किया गया है. सेंट्रल गुजरात के क्षेत्रों में अति भारी बारिश की संभावना है और हवा की गति भी तेज रहेगी.
जामनगर कलेक्टर बी. ए. शाह ने कहा है कि चक्रवात बिपरजॉय के बाद प्रशासन द्वारा गिरे पेड़ों को सड़कों से हटा लिया गया है. जामनगर तहसील में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 119 मिलीलीटर और अन्य तहसील में करीब 30 मिलीलीटर बारिश हुई है. पिछले 24 घंटे में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन 3 लोगों के घायल और 4 जानवरों के मौत की सूचना है.

एनडीआरएफ के डीजी ने कहा कि तूफान जैसे-जैसे कमजोर और गहरे दबाव में परिवर्तित हो रहा है, तो इससे दक्षिण राजस्थान में बारिश होने की संभावना है. राजस्थान सरकार के अनुरोध पर हमने एक टीम जालौर में पहुंचा दी है. इसके अलावा हमारी कर्नाटक में 4, महाराष्ट्र में भी 5 टीमें तैनात हैं. 
गुजरात में लैंडफॉल के बाद चक्रवात बिपरजॉय के कारण कोई मौत नहीं हुई है. एनडीआरएफ (NDRF) ने इसकी जानकारी दी है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि लैंडफॉल से पहले 2 लोगों की मृत्यु हुई थी. लैंडफॉल के बाद कोई जनहानि नहीं हुई. 24 जानवरों की मृत्यु हुई है और 23 लोग घायल हुए हैं. करीब हजार गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है. 800 पेड़ गिरे हैं. राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही है.
गुजरात के नलिया में बिपरजॉय चक्रवात का प्रभाव देखने को मिल रहा है. शहर में सड़क पर कई जगह पेड़ गिरे देखे गए.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि बिपरजॉय चक्रवात की वजह से किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है. किसी पशु की भी मृत्यु नहीं हुई है. पेड़ गिरने की सूचना मिली है. कच्छ में करीब 5-6 बजे तक परिस्थिति अच्छी होने लगेगी. आज पूरे गुजरात में तेज हवाएं और भारी बारिश भी हो सकती है. राजस्थान में भी बारिश हो सकती है.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों के साथ चक्रवात 'बिपरजॉय' के प्रभाव की समीक्षा की
गुजरात के मांडवी में कई पेड़ गिर गए हैं. हवा की स्थिति देखकर लग रहा है कि आज अधिक नुकसान हो सकता है. अग्निशमन विभाग की एक टीम यहां सड़क सफाई अभियान में लगी हुई है: के.एम. दस्तूर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, गांधीनगर, मांडवी
गुजरात के मांडवी में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है. शहर में तेज़ हवाओं के साथ-साथ बारिश हो रही है.
गुजरात में बिपरजॉय चक्रवात के कारण 23 लोग घायल हुए हैं और 24 पशुओं की मौत हुई है. चक्रवात के आने से पहले दो लोगों की जान चली गई थी: NDRF
गुजरात के कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है. शहर में तेज़ हवाएं चल रही हैं. चक्रवात के प्रभाव से कई पेड़ उखड़ गए.
दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चक्रवात बिपरजॉय को लेकर अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की.
गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार दोपहर 2:30 बजे नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था. इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 16 जून की सुबह तक चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने और उसी शाम तक दक्षिण राजस्थान में चक्रवात के डिपरेशन में जाने की उम्मीद है- आईएमडी
तूफान बिपरजॉय के चलते 9 राज्य अलर्ट पर हैं. इनमें गुजरात, राजस्थान, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा शामिल हैं.
रविवार तक बिपरजॉय के कमजोर पड़ने के आसार
रविवार को पूर्वी राजस्थान, उससे लगे हरियाणा, एमपी व यूपी के कुछ हिस्सों में बारिश देने के बाद यह सिस्टम बिल्कुल कमजोर हो जाएगा. इसके असर से रविवार तक मॉनसून फिलहाल वहीं अटका रहेगा, जहां तक 11-12 जून को पहुंच चुका था.
द्वारका और भुज में बिजली की सप्लाई बंद
बिपरजॉय के कारण गुजरात के तटीय इलाकों में 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. बाद में हवा की रफ्तार कम होकर 108 किमी प्रति घंटा हो गई. इस दौरान भुज में 5 इंच तक बारिश हो चुकी है. वहीं, द्वारका और भुज में बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई है.
गुजरात के पाटन और बनासकांठा में शुक्रवार को तेज बारिश के आसार
बिपरजॉय तूफान गुजरात के 940 गांवों से होता हुआ 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से राजस्थान की ओर बढ़ रहा है. इसके प्रभाव से उत्तरी गुजरात के पाटन और बनासकांठा में शुक्रवार को तेज बारिश होगी. इस तूफान का असर कच्छ से पाकिस्तान की सीमा पर भी दिखा है.
गुजरात के गांधीनगर में तूफान से 22 लोग जख्मी, 23 मवेशियों की मौत
गुजरात के रिलीफ कमिश्नर आलोक पांडेय ने बताया कि गांधीनगर में तूफान बिपारजॉय के कारण 22 लोग घायल हो गए हैं. अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है. तूफान में 23 मवेशियों की मौत हो गई है. 524 पेड़ गिर गए हैं और कहीं-कहीं बिजली के खंभे भी गिरे हैं. 940 गांवों में बिजली नहीं है. (ANI)
तूफान के कारण 150-200 बिजली के खंभे गिरे: भुज के डीएम अमित अरोड़ा
तूफान के लैंडफॉल के बाद भुज के डीएम अमित अरोड़ा ने जानकारी दी है कि अब तक लगभग 150-200 बिजली के खंभे गिरे हैं. 6 बिजली उपकेंद्र बंद हैं. 15 वाटरवर्क्स सेंटर पर समस्याए हैं लेकिन वे जनरेटर सेट द्वारा चल रहे हैं. स्थिति नियंत्रण में हैं, लगभग 180-200 पेड़ गिरे हैं, सभी को हटा दिया गया है. हम स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं, हमारी कोशिश है कि कम से कम नुकसान हो.
Cyclone Biparjoy के कारण गुजरात के द्वारका में उखड़े कई पेड़
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर गुजरात के द्वारका में भी देखने को मिल रहा है. तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और होर्डिंग गिर गए.

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