चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) बुधवार दोपहर तक पश्चिम बंगाल से टकराएगा. ‘अम्फान' के 20 मई को पश्चिम बंगाल के दिघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने का अनुमान है. बुधवार को बंगाल इस चक्रवाती तूफान के 'रे़ड प्लस जोन' की निगरानी करेगा. राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने आज कोलकाता के अपनी ऑफिस बिल्डिंग में सेट अप किए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. अम्फान के आने की चेतावनी के चलते राज्य के प्रभावित 7 सात जिलों से 3 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सीएम ने बताया, 'मैं कल पूरी रात कंट्रोल रूम में रुकूंगी.' आज कंट्रोल रूम पहुंचने पर उन्होंने संवाददाताओं के सामने इसकी घोषणा की.
अम्फान बंगाल की खाड़ी में सालों में आने वाले भयंकर चक्रवातों में से एक है. यह भारतीय तटीय सीमा की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. ऐसा अनुमान है कि पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में इसके प्रवेश के साथ 185 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
सीएम ममता बनर्जी ने तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा है. उन्होंने कहा है कि लोग बुधवार सुबह से घरों में रहें, जब तक की गुरुवार तक सबकुछ ठीक नहीं हो जाता है.
सीएम ने कहा, 'जाते समय चक्रवात ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. इसलिए लोगों से अपील है कि जब तक मौसम पूरी तरह साफ नही हो जाए बाहर ना निकले, पिछले साल जब चक्रवात फानी आया था तो चक्रवात के जाते समय ज्यादा लोग मारे गए थे.'
उन्होंने कहा 'चक्रवात के तीन पार्ट होते हैं, सिर, आंखे और पूंछ. ऐसा मत समझना कि आंखों के गुजर जाने के बाद चक्रवात गुजर गया. तब तक इंतजार करो जब तक उसकी पूंछ जिले की सीमा को पार नहीं कर लेती.'
सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाने की संख्या नवंबर में आए चक्रवात बुलबुल से तीन गुना अधिक है. कोरोनावायरस महामारी के चलते बड़ी संख्या में लोगों को दूसरे स्थान पर पहुंचना चुनौतीपू्र्ण कार्य था. क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य एहतियात भी बरतने थे.
सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले सभी सात जिलों में प्रचुर मात्रा में मास्क और सेनिटाइजर उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा 'मैं इस खराब मौसम में प्रवासियों के आगमन को लेकर चिंतित हूं. खासतौर पर श्रमिक ट्रेनों को चक्रवात के चलते गुरुवार तक बंगाल नहीं आना चाहिए.'
बता दें कि आज सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम ममता बनर्जी से फोन पर बात कर केंद्र द्वारा पूरी मदद का आश्वासन दिया है. इस पर सीएम ममता ने मीडिया को बताया, 'मैंने गृह मंत्री को बताया है कि सबकुछ ठीक है, हमने चक्रवात बुलबुल को भी संभाला है.'
पश्चिम बंगाल में अम्फान से निपटने की है तैयारी
बता दें कि प्रचंड चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान' के 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने का अनुमान है और इस गंभीर घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ ने जानमाल की हानि/क्षति रोकने के लक्ष्य से बल की 53 टीमें तैनात की हैं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में उक्त सूचना देते हुए कहा कि एनडीआरएफ ‘अम्फान' को हल्के में नहीं ले रहा है क्योंकि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत बंगाल की खाड़ी मेंआये प्रचंड चक्रवातीय तूफान का सामना कर रहा है.
NDRF प्रमुख ने बताया कि पश्चिम बंगाल में 19 टीमें तैनात हैं जबकि चार स्टैंडबाई पर हैं, वहीं ओडिशा में 13 टीमें तैनात हैं और 17 स्टैंडबाई पर हैं. एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं.
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