तिरुवनंतपुरम:
केरल के मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के उस बयान को निराधर बताया है जिसमें उन्होंने केरल सरकार पर पूर्व मुख्य सर्तकता आयुक्त पीजे थॉमस के खिलाफ चल रही सर्तकता जांच के बारे में केंद्र को जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया है। अच्युतानंदन ने बुधवार रात जारी किए गए एक बयान में कहा है कि राज्य सरकार ने दो दिसंबर 2008 को केंद्र सरकार को लिखे एक पत्र में पामोलिन घोटाले में थॉमस के खिलाफ जांच चलने की जानकारी दे दी थी। अच्युतानंदन ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी संसद में माना है कि कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग :डीओपीटी: की तरफ से चूक होने के कारण सीवीसी के पद पर थामस की नियुक्ति हुई। उन्होंने कहा कि शक के दायरे में आने के कारण चव्हाण अब केरल सरकार पर दोष मढ़ने के असफल प्रयास कर रहे हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने से पहले चव्हाण ही इस विभाग के प्रमुख थे। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में कहा था कि थॉमस की नियुक्ति केरल सरकार द्वारा केंद्र को दिए गए दस्तावेजों के आधार पर ही हुई थी, जिसमें उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बताया गया था।
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