तैयार मैदान का मुआयना करते कांग्रेस पार्टी के नेतागण
बेंगलूरू:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी राजनीति के धरातल पर अपनी पैठ बनाने के लिए लंबे अरसे से जद्दोजहद कर रहे हैं और इस समय सबसे ज्यादा जिस मुद्दे पर बोल रहे हैं वह है किसानों का मुद्दा और आत्महत्या करने वाले किसानों का दर्द। इतना ही नहीं आए दिन देश के तमाम हिस्सों में हो रही घटनाओं के बाद मौके पर जाकर लोगों से सहानुभूति भी जता रहे हैं।
कर्नाटक में राहुल गांधी की रैली
लेकिन कर्नाटक में शनिवार को राहुल गांधी की रैली के लिए एक किसान की खड़ी फसल को काटकर मैदान बनाया गया और यह मैदान करीब तीन फुटबॉल के मैदान के बराबर बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि सेंट्रल कर्नाटक के रानीबेन्नूर के एक गांव में राहुल गांधी की रैली के लिए यह तैयारी की गई है। यहां के इस चार एकड़ के खेत में मक्के की फसल लगभग तैयार थी और यह खेत एक ही किसान के हैं।
रामचंद्र गुहा ने की आलोचना
इस घटना के विरोध में जाने माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने एक ट्वीट के जरिए अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के एक गरीब किसान को अपनी बेशकीमती फसल का नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि राहुल गांधी की रैली के लिए एक स्टेज बनाया जाना था जहां वे आएंगे और चले जाएंगे।
नाराज हुए किसान
तमाम लोग इस बात पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं कि आश्चर्य यह है कि राहुल गांधी को यहां किसानों के ऐसे परिवार से मुलाकात करनी है, जो फसल बरबाद होने के बाद आत्महत्या कर चुके हैं।
15 दिनों में कटने वाली थी फसल
कहा तो यह भी जा रहा है कि अगले 15 दिनों में यह फसल कटने वाली थी, लेकिन इस हाईप्रोफाइल विजिट के कारण इसे बरबाद कर दिया गया। यह आरोप कोई और नहीं कई किसान लगा रहे हैं। वहीं इस मामले में राहुल गांधी के कार्यालय ने ऐसे किसी भी आरोप को खारिज कर दिया है।
कांग्रेस कार्यालय के अनुसार, राहुल गांधी को हेलीकॉप्टर से वहां आना था और 9 किलोमीटर की पदयात्रा पर जाना था। बताया जा रहा है कि 9 किलोमीटर के इस मार्ग को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है ताकि उनके नेता को किसी प्रकार की समस्या न हो।
लोगों का कहना है कि राहुल गांधी की इस रैली के लिए मैदान पर उन गड्ढ़ों को भी पाट दिया गया है जहां राहुल गांधी की रैली होनी है और जहां से उन्हें गुजरना है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार है।
कर्नाटक में राहुल गांधी की रैली
लेकिन कर्नाटक में शनिवार को राहुल गांधी की रैली के लिए एक किसान की खड़ी फसल को काटकर मैदान बनाया गया और यह मैदान करीब तीन फुटबॉल के मैदान के बराबर बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि सेंट्रल कर्नाटक के रानीबेन्नूर के एक गांव में राहुल गांधी की रैली के लिए यह तैयारी की गई है। यहां के इस चार एकड़ के खेत में मक्के की फसल लगभग तैयार थी और यह खेत एक ही किसान के हैं।
रामचंद्र गुहा ने की आलोचना
इस घटना के विरोध में जाने माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने एक ट्वीट के जरिए अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के एक गरीब किसान को अपनी बेशकीमती फसल का नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि राहुल गांधी की रैली के लिए एक स्टेज बनाया जाना था जहां वे आएंगे और चले जाएंगे।
नाराज हुए किसान
तमाम लोग इस बात पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं कि आश्चर्य यह है कि राहुल गांधी को यहां किसानों के ऐसे परिवार से मुलाकात करनी है, जो फसल बरबाद होने के बाद आत्महत्या कर चुके हैं।
15 दिनों में कटने वाली थी फसल
कहा तो यह भी जा रहा है कि अगले 15 दिनों में यह फसल कटने वाली थी, लेकिन इस हाईप्रोफाइल विजिट के कारण इसे बरबाद कर दिया गया। यह आरोप कोई और नहीं कई किसान लगा रहे हैं। वहीं इस मामले में राहुल गांधी के कार्यालय ने ऐसे किसी भी आरोप को खारिज कर दिया है।
कांग्रेस कार्यालय के अनुसार, राहुल गांधी को हेलीकॉप्टर से वहां आना था और 9 किलोमीटर की पदयात्रा पर जाना था। बताया जा रहा है कि 9 किलोमीटर के इस मार्ग को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है ताकि उनके नेता को किसी प्रकार की समस्या न हो।
लोगों का कहना है कि राहुल गांधी की इस रैली के लिए मैदान पर उन गड्ढ़ों को भी पाट दिया गया है जहां राहुल गांधी की रैली होनी है और जहां से उन्हें गुजरना है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार है।
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