राष्ट्रीय राजधानी में विदेशियों द्वारा किए जाने वाले अपराधों में 2020 की तुलना में 2021 में 91.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकतर अपराध अफ्रीकी देशों और म्यांमा के नागरिकों द्वारा किए गए हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में दिल्ली में विदेशी नागरिकों की ओर से किए गए अपराधों की संख्या 168 थी जो 2021 में बढ़कर 322 हो गई. दो वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चला कि विदेशियों द्वारा किए गए अपराधों में पिछले साल 91.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चिकित्सा उपचार के बहाने भारत आने वाले कई अफ्रीकी नागरिक अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से भारत में रहते हैं और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं.
अधिकारी ने कहा कि कुछ ऐसे लोग भी हैं जो वास्तव में स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों के लिए भारत आते हैं, लेकिन ऐसे लोगों की भी बड़ी संख्या है जो यहां पहुंचने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी, धोखाधड़ी और अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं.
उन्होंने कहा, 'हम खुफिया जानकारी के अनुसार किराएदारों का सत्यापन और छापेमारी करते रहे हैं. जो लोग अवैध रूप से रहते पाए जाते हैं, उन्हें अंततः उनके संबंधित देशों में वापस भेज दिया जाता है.'
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