पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद एमजे अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले में अंतिम जिरह 7 फरवरी को होगी. प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इस केस की सुनवाई कर रहे जज विशाल पुजारा आज से छुट्टी पर चले गए हैं. पिछले साल 17 अक्टूबर को केन्द्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले अकबर ने भारत में ‘मीटू' अभियान के दौरान सोशल मीडिया पर अपना नाम छाने के बाद रमानी के खिलाफ एक आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था. पत्रकार रमानी ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था जिसका उन्होंने खंडन किया था. प्रिया का आरोप है कि 20 साल पहले जब अकबर पत्रकार थे तब उन्होंने उनका यौन शोषण किया था. हालांकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है. अकबर पर अन्य कई महिलाओं ने भी आरोप लगाए हैं. भारत में पिछले साल ‘मी टू' अभियान ने जब जोर पकड़ा तब अकबर का नाम सोशल मीडिया में आया. उन दिनों वह नाइजीरिया में थे. फिर उन्होंने 17 अक्तूबर को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था.
Delhi Court defers hearing for February 7 on the final arguments in a defamation case filed by former union minister MJ Akbar(file pic) against journalist Priya Ramani who had accused him of sexual misconduct. Judge Vishal Pahuja,who has been hearing the matter was on leave today pic.twitter.com/pMbrXN7CTe
— ANI (@ANI) January 24, 2020
आपको बता दें कि पत्रकार एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालों में अमेरिका की रहने वाली पत्रकार भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा था कि 23 साल पहले जयपुर के होटल में एमजे अकबर ने उनका यौन शोषण किया था. जब केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने कहा कि उनका संबंध एक सहमति का मामला रहा तो जवाब में पत्रकार ने कहा था कि संबंध जबरदस्ती और सत्ता के दुरुपयोग पर आधारित रहा. उसे शब्दों में बया नहीं किया जा सकता.
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