दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) की स्थिति को लेकर NDTV से बात की. बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के हालात में अब काफी स्थिरता है. दिल्ली के लिए हर कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र के आगे हाथ जोड़ना पड़े तो हाथ भी जोड़ेंगे. मुख्यमंत्री ने सबको साथ लेकर काम किया है और सबकी मदद से काम किया है. उन्होंने कहा कि हमारा जोर टेस्टिंग बढ़ाने पर है. दिल्ली की सरकार को सहयोग की जरूरत थी जो मिल रही है. उम्मीद है कि वित्तीय सपोर्ट भी मिलेगा. जून के पहले हफ्ते में स्थिति चिंताजनक लग रही थी लेकिन अब स्थिति में सुधार है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री मनीष सिसोदिया ने प्लाज्मा बैंक पर एनडीटीवी से की खास बातचीत हुई.
सवाल: कौन प्लाज़्मा डोनेट कर सकते हैं?
जवाब: कोरोना से ठीक होने वाले ऐसे सभी लोग जिनको ठीक हुए 15 दिन हो चुके हैं वो सभी लोग प्लाज़्मा डोनेट कर सकते हैं. इसके साथ ही प्लाज़्मा वही लोग दान कर सकते हैं जिनका वजन 50 किलो से ज़्यादा है, उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच में है और कोई पुरानी गंभीर बीमारी नहीं है.
सवाल: लोगों के मन में डर है कि कहीं हम प्लाज्मा डोनेट करने जाएं तो दोबारा संक्रमित तो नहीं हो जाएंगे?
जवाब: इतने सालों से लोग रक्तदान कर रहे हैं प्लेटलेट दान कर रहे हैं तो उसमें भी लोगों को कहीं ना कहीं थोड़ा डर होता है ऐसे में प्लाज्मा तो एक नया कांसेप्ट है. इसके बारे में लोगों के मन में डर या तरह-तरह की आशंकाएं रहना लाजमी है. लेकिन जैसा एक्सपोर्ट कह रहे हैं और हम सब लोगों को मिलकर यह भरोसा दिलाना जरूरी है कि अगर ना चाहते हुए भी आप कोरोना से बीमार हुए और आज आपके पास वह स्थिति है कि आप किसी की जान बचा सकते हैं तो आपको आगे आना चाहिए.
जो हॉस्पिटल आपका प्लाज्मा डोनेशन लेंगे उनकी यह जिम्मेदारी है कि पूरे सैनिटाइज माहौल में आपका प्लाज्मा लें. पहला प्लाज्मा बैंक आईएलबीएस अस्पताल में शुरू किया जा रहा है जो अपने आप में देश का सबसे आधुनिक हॉस्पिटल है और वहां दूर-दूर तक इस बात की संभावना नहीं है कि कोई व्यक्ति वहां आएगा और संक्रमित हो जाएगा. किसी भी तरह का संक्रमण ना पहले इसकी जिम्मेदारी हमारी पूरी मेडिकल टीम मिल कर ले रही है. लोगों को प्लाज्मा डोनेशन के लिए मोटिवेट करना आपकी और हमारी सब की जिम्मेदारी है.
सवाल: जिस अस्पताल में प्लाज्मा बैंक खोला जा रहा है उसमें कोरोना नहीं होता!
जवाब: कोरोना का इलाज नहीं होता लेकिन वहां पर टेस्टिंग लैब है. लेकिन जहां भी प्लाज्मा लिया जाएगा मेडिकल टीम इस बात को सुनिश्चित करेंगे की पूरा इलाका दूर-दूर तक सैनिटाइज हो और सुरक्षित हो.
सवाल: क्या सरकार प्लाज्मा के लिए आने वाले समय में कैंपन चलाएगी? क्योंकि लोगों के मन में यह बात भी होती है कि अगर कोई अपना परिचित या रिश्तेदार नहीं है तो प्लाज्मा देने की क्या जरूरत है?
जवाब: मुझे लगता है इंसानियत के नाते बहुत लोग आगे आएंगे। हमने पहले भी देखा है कि लोग किस तरह से आगे आते रहे हैं यह कोई पहली बार नहीं है की इंसानियत लोगों को आगे लेकर आती है. इसमे भी लेकर आएगी.
सवाल: हमने भी कुछ लोगों के लिए प्लाज्मा का इंतजाम करने की कोशिश की तो कुछ मामलों में 3 दिन तक लग गए!
जवाब: ये अभी शुरुआत है. लोगों के मन में डर है हम वो डर निकालेंगे. जैसे मीडिया में इस पर चर्चा होगी या कामयाब मामले सामने आएंगे या मौखिक प्रचार होगा. या फिर जो शख्स प्लाज्मा डोनेट करके आएगा वह चार लोगों को बताएगा कि यह ठीक है. उसके अंदर जो फीलिंग आएगी वह लोगों से शेयर करेगा और एक इंसान की जान बचाने से ज्यादा बड़ी फीलिंग कुछ नहीं होती है.
Video: दिल्ली वालों के लिए केंद्र के आगे हाथ भी जोड़ेंगे : मनीष सिसोदिया
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