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देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल, कहां बन रहा, किसने दान दी 108 करोड़ रुपये की जमीन, जानें सबकुछ

भारत सरकार की योजना के मुताबिक, देश में पहली बार बालिका सैन्य विद्यालय बीकानेर के जयमलसर में शुरू होने जा रहा है. इसकी घोषणा राज्य सरकार ने 2024-25 और 2025-26 में की थी. स्कूल में कक्षा 6 और कक्षा 9 में प्रवेश केवल छात्राओं को ही मिलेगा. इस पर पढ़ें डॉ. नासिर ज़ैदी की रिपोर्ट...

देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल, कहां बन रहा, किसने दान दी 108 करोड़ रुपये की जमीन, जानें सबकुछ
बीकानेर में देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल.
  • राजस्थान के बीकानेर जिले के जयमलसर में देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल बनाया किया जाएगा, जिसकी घोषणा राज्य सरकार ने की है.
  • कोलकाता के पूनमचंद राठी ने अपने माता-पिता की स्मृति में 108 करोड़ रुपये मूल्य की भूमि और भवन शिक्षा विभाग को दान किए हैं.
  • इस स्कूल में कक्षा छह और नौ में केवल छात्राओं को प्रवेश मिलेगा, प्रत्येक कक्षा में 80 छात्राओं के लिए सीटें निर्धारित की गई हैं.
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बीकानेर:

देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल राजस्थान के बीकानेर में शुरू होने (Country's 1st Girls Sainik School) जा रहा है. शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर 11 जुलाई को जयमलसर में देश के पहले बालिका सैन्य स्कूल की स्थापना के लिए भवन परिसर का अवलोकन करेंगे. बीकानेर के भामाशाह और कोलकाता की पूनमचन्द राठी ने अपने माता-पिता रामीदेवी और रामनारायण राठी की पुण्य स्मृति में राजकीय बालिका सैनिक विद्यालय जयमलसर के लिए 108 करोड़ रुपए की संपत्ति (भूमि और भवन) शिक्षा विभाग, राजस्थान को दान पत्र के माध्यम से दान किया है.

स्कूल के लिए दान में मिली 108 करोड़ की जमीन

 11 जुलाई को आयोजित होने वाले समारोह में बालिका सैनिक स्कूल के लिए दान की गई भूमि और भवन के कागज विधिवत रूप से  शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को सौंपे जाएंगे. साथ ही आसपास के 300 से ज्यादा गांवों में पौधारोपण भी किया जाएगा. समारोह को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं.

बेटियों के लिए कुछ करने की चाह

स्कूल के लिए दान दाने वाले कोलकाता के बिजनेसमैन पूनमचंद राठी ने कहा कि स्कूल को 108 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.  इसकी प्रेरणा उनको अपने माता-पिता से मिली. उन्होंने कहा कि हर कोई लड़कों के लिए करता है. लेकिन उन्होंने सोचा की लड़कियों के लिए भी कुछ किया जाए, खासकर अब जब लड़कियां सेना में प्रवेश ले रही हैं तो उनको भी ट्रेनिंग उपलब्ध करवाई जाए.

ऐसा होगा पहला बालिका सैनिक स्कूल  

भारत सरकार की योजना के मुताबिक, देश में पहली बार बालिका सैन्य विद्यालय बीकानेर के जयमलसर में शुरू होने जा रहा है. इसकी घोषणा राज्य सरकार ने 2024-25 और 2025-26 में की थी. स्कूल में कक्षा 6 और कक्षा 9 में प्रवेश केवल छात्राओं को ही मिलेगा. हर क्लास में 80 छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा. बता दें कि प्रदेश में वर्तमान में  कुल 9 स्कूल शुरू करने की योजना है. एक स्कूल श्रीगंगानगर में बनाया जाएगा, जो कि नॉर्मल सैनिक स्कूल होगा. सभी 9 सैन्य स्कूलों में विज्ञान संकाय के सभी विषयों को पढ़ाने की व्यवस्था होगी. ये स्कूल पूरी तरह हॉस्टल सुविधा वाले होंगे. इनके एग्जाम  राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आयोजित कराएगी. 

कब होगा बालिका सैनिक स्कूल का एंट्रेंस एग्जाम?

 एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन जनवरी 2026 में भरे जा सकेंगे. एंट्रेंस एग्जाम अप्रैल 2026 में होंगे.वहीं इसका रिजल्ट मई में आएगा. सेशन 1 जुलाई 2026 से शुरू होगा. स्कूलों का संचालन चित्तौड़गढ़ जिले के सैनिक स्कूल की तर्ज पर ही किया जाएगा. स्कूल के प्रधानाचार्य और हॉस्टल वार्डन सेवानिवृत आर्मी ऑफिसर होंगे. अन्य टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए राज्य सेवा में कार्यरत कर्मचारी होंगे.  

इन जिलों में खुलेंगे बालिका सैनिक स्कूल

राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के मुताबिक, कुल 8 जिलों में बालिका सैन्य स्कूल और एक सैनिक स्कूल मिर्जेवाला (श्रीगंगानगर) में शुरू होगा. बीकानेर,कोटा, जैसलमेर,अजमेर,अलवर,श्री गंगानगर में स्कूल खोले दाएंगे. कोटा संभाग मुख्यालय पर रामगंजमंडी तहसील के उनडवा में बालिका सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए 42 हैक्टेयर ज़मीन का आवंटन जिला कलेक्टर ने कर दिया है. बीकानेर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर 11 जुलाई, 2025 को स्कूल का भूमि पूजन करेंगे.

नासिर ज़ैदी की रिपोर्ट

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