
Rajasthan School News: राजस्थान में एक बार फिर से तेज बरसात का दौर शुरू हो गया है. बंगाल की खाड़ी से उठे डिप्रेशन सिस्टम का असर अब प्रदेश के कई हिस्सों में नजर आ रहा है. दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी जिलों में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नदी-नालों में उफान है बांधों के गेट खोले जा रहे हैं और निचले इलाकों में जलभराव से हालात गंभीर बने हुए हैं. भारी बारिश और जलभराव को देखते हुए प्रशासन ने 11 जिलों झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, धौलपुर, सलूम्बर, बांसवाड़ा और अजमेर में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है. धौलपुर में 28 से 30 जुलाई और अजमेर में 28 जुलाई को छुट्टी घोषित की गई है.
सबसे ज्यादा प्रभावित जिला
भीलवाड़ा के बिजौलिया में सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं. एरू नदी के पुल पर 5 फीट तक पानी बह रहा है और नाव से आवाजाही की जा रही है। वहीं कोटा बैराज के 12 गेट खोलकर 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नयापुरा क्षेत्र की कॉलोनियों में पानी भर गया है। ब्रजराज कॉलोनी और हरिजन बस्ती में चंबल का पानी घरों तक पहुंच गया है. टोंक जिले के हिसामपुर नासिरदा में कॉलोनियां टापू में तब्दील हो गई हैं। चित्तौड़गढ़ के राणा प्रताप सागर बांध के 6 गेट देर रात खोलने पड़े। इससे पहले सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया गया.
मौसम विभाग का अलर्ट और आंकड़े
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने सोमवार को 4 जिलों में रेड अलर्ट, 10 में ऑरेंज अलर्ट और 17 में येलो अलर्ट जारी किया है. रामगंजमंडी कोटा में 242 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो अब तक की सर्वाधिक वर्षा है. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बीसलपुर बांध के 6 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है. पाली, सिरोही, बारां जैसे इलाकों में भारी जलभराव के हालात हैं.
अगले 48 घंटे संवेदनशील, 2 अगस्त से राहत की उम्मीद
28 और 29 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में अत्यंत भारी बारिश की संभावना है. 30-31 जुलाई को अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभाग प्रभावित हो सकते हैं. 1 अगस्त को भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि 2 अगस्त से मानसून की गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आने के आसार हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं