Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के चलते जारी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण बड़ी संख्या में मजदूर-कामगार दूसरे राज्यों में फंसकर रह गए हैं. बिहार (Bihar) के श्रमिकों की संख्या भी इसमें अच्छी खासी है. बहरहाल, एक माह से अधिक समय से चल रहे इस लॉकडाउन के बीच बुधवार को केंद्र सरकार ने विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन करते हुए घर लौटने के लिए इजाजत दे दी है. केंद्र सरकार की ओर से की गई इस घोषणा के बाद बीजेपी नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi)ने सुदूर स्थानों में फंसे राज्य के मजदूरों-कामगारों के लिए विशेष ट्रेन चलाने की मांग केंद्र सरकार से की है. सुशील मोदी ने एक ट्वीट कर कहा- मैं भारत सरकार (GOI) से दूर के स्थानों से प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की अपील करता हूं.'
I appeal GOI to allow special trains to bring migrants from distant places .#WelcomeBihar
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 30, 2020
गौरतलब है कि बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी ने लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों को जल्द वापस लाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई है. RJD नेता और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है, 'जब तक बिहार सरकार, केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और एडवाइजरी का पालन करते हुए देशभर में फंसे कामगारों की यात्रा और भोजन सहित सभी प्रबन्ध करते हुए वापस लेकर नहीं आती, हमारी मांग जारी रहेगी. इस संबंध में पार्टी ने शुक्रवार 1 मई को श्रम दिवस के मौके पर अनशन करने का फैसला किया है.
इससे पहले तेजस्वी ने एक ट्वीट करते हुए राज्य के सीएम नीतीश कुमार से इस मामले में शब्दों की बाजीगरी नहीं करने की अपील की थी. आरजेडी नेता ने कहा था कि सरकार को दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों-कामगारों की स्वास्थ्य सुरक्षा, यात्रा, भोजन, राशन इत्यादि का प्रबंध कर सकुशल वापसी सुनिश्चित करनी होगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं