कोरोना वायरस के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सीजीएचएस के 60 साल या इससे अधिक आयु के लाभार्थियों को तथा डायबिटीज एवं अन्य गंभीर बीमारियों के रोगियों को दवाओं की आपूर्ति घर पर की जानी चाहिए ताकि उन्हें स्वास्थ्य केंद्र नहीं आना पड़े. मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि गंभीर बीमारी की स्थिति में एक अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से एक बार में तीन महीने के लिए दवाएं भेजी जा सकती है.
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इसमें कहा गया है कि इस सुविधा का लाभ उन रोगियों को मिलेगा जो 60 साल या अधिक उम्र के हैं और अंग प्रतिरोपण, कीमोथैरेपी जैसे उपचार करा रहे हैं या अनियंत्रित मधुमेह, हृदय रोगों से ग्रस्त हैं.
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बता दें कि कोरोना का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है, पूरे भारत के लॉकडाउन हो जाने के बाद इस खतरनाक वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 17 हो गई है. वहीं संक्रमित लोगों की संख्या 724 पर पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को 47 नए मामले सामने आए हैं. संक्रमित होने वाले राज्यों में केरल सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहा है जहां इसके 137 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं महाराष्ट्र में 130 और कर्नाटक में 55 लोगों के टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं. राहत की बात ये है कि 67 मरीज इस संक्रमण से पूरी तरह से स्वस्थ भी हो चुके हैं. मंत्रालय ने बताया संक्रमित लोगों में 47 विदेशी नागरिक भी शामिल है.
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