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This Article is From May 18, 2021

कोरोनाः गर्भवती महिलाओं के लिए दूसरी लहर घातक, वैक्सीनेशन के बाद ही प्रेग्नेंसी प्लान करें- एक्सपर्ट्स

कोरोना की इस दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए जानकार सुझाव दे रहे हैं कि टीका लगवाने के बाद ही महिलाएं प्रेगनेंसी प्लान करें. क्योंकि इस लहर में गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों पर कोविड ने ज्यादा असर दिखाया है.

कोरोनाः गर्भवती महिलाओं के लिए दूसरी लहर घातक, वैक्सीनेशन के बाद ही प्रेग्नेंसी प्लान करें- एक्सपर्ट्स
कोरोना की दूसरी लहर गर्भवती महिलाओं के लिए घातकः एक्सपर्ट्स (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई:

मां कब बनना है ये फैसला बेहद व्यक्तिगत है, लेकिन कोरोना की इस दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए जानकार सुझाव दे रहे हैं कि टीका लगवाने के बाद ही महिलाएं प्रेगनेंसी प्लान करें. क्योंकि इस लहर में गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों पर कोविड ने ज्यादा असर दिखाया है. जानकारों ने माना है कि दूसरी लहर का डबल म्यूटेंट वायरस गर्भवती महिलाओं के लिए घातक है. कोरोना संक्रमित महिलाओं को डिलीवरी में नॉन कोविड महिलाओं से ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना की दूसरी लहरः गर्भवती महिलाओं के लिए ज्यादा दिक्कत

मुंबई के वाशी स्थित फोर्टिस हीरानंदानी हॉस्पिटल की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन डॉ. मंजरी मेहता ने कहा, ''कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को ज्यादा दिक्कत आ रही है. क्योंकि उनमें इम्यूनिटी कम होती है, इसलिए कोविड का असर इन महिलाओं में ज्यादा दिखता है. कोरोना की दूसरी लहर में इनमें लक्षण भी पहले से ज्यादा सिवीयर हैं, ऑक्सिजन की जरूरत के साथ-साथ अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. मुंबई के खारघरी मदरहुड अस्पताल की कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिशियन व गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि सिद्धार्थ बताती हैं, ''कुछ महिलाएं जो समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पायीं या फिर उनको पहले से कोमॉर्बिडिटी था जैसे डायबटीज या पहले से कोई बीमारी, उनमें फटैलिटी रेट हाइ दिखा.'' 

गर्भवती महिलाओं में सामने आ रहीं ये दिक्कत

नौरोसजी वाडिया मैटरनिटी हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन डॉ. अमोल पवार ने बताया कि वे अब तक 527 ऐसी गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कर चुके हैं जो कोरोना संक्रमित हैं. डॉ अमोल पवार ने गर्भवती महिलाओं से जुड़ी कई तरह की मुश्किलें गिनाईं हैं. उन्होंने कहा, ''इस बार गर्भवती महिलाओं में कॉम्प्लिकेशन पहले के मुकाबले ज्यादा हैं. सबसे ज्यादा कॉम्प्लिकेशन अबॉर्शन के या अर्ली डिलीवरी (जल्दी बच्चा पैदा होना) के थे. कुछ महिलाओं में ज्यादा ब्लीडिंग हुई. पहले कोरोना की वजह से गर्भवती महिलाओं की मौत ना के बराबर थी. लेकिन इस बार गर्भवती महिलाओं की मौत का मामला ज्यादा देखने को मिला है. समय से पहले डिलीवरी होने के कारण नवजातों में भी दिक्कतें ज्यादा देखने को मिली हैं. हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycaemia) जिसे लो ब्लड शुगर भी कहते हैं,  के चांसेस रहते हैं.''

कोरोना का टीका लेकर ही प्रेग्नेंसी प्लान करें

फोर्टिस हीरानंदानी हॉस्पिटल की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन डॉ. मंजरी मेहता ने कहा, ''अगर आप अभी तक गर्भवती नहीं हुई हैं तो आप टीका लगवा लीजिए और  फिर प्रेग्नेंसी प्लान करिए. क्योंकि सरकार ने अभी तक प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फ्रीडिंग महिलाओं के लिए टीके को हां नहीं कहा है. अगर आप गर्भवती हो गईं तो, अनिश्चित समय के लिए आपका टीकाकरण टल जाएगा, इसलिए प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले जरूर टीका ले लें.'' कोरोना की दूसरी लहर में नवजात बच्चों को भी कोविड के कारण ICU या वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है. ऐसे में एक्स्पर्ट्स की राय बेहद अहम है कि टीका के बाद ही प्रेगनेंसी प्लान करें.

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