महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को मुम्बई के विकास के लिए उच्चाधिकार समिति संबंधी उनके सुझाव को लेकर सचेत करते हुए शिवसेना ने कहा कि इस शहर का नियंत्रण राज्य सरकार के पास ही रहना चाहिए।
भाजपा की अगुवाई वाली राज्य सरकार में हाल ही में शामिल हुई शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुम्बई का विकास होना चाहिए, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इलाज कहीं मर्ज से ज्यादा गंभीर न हो जाए। शिवसेना मानती है कि मुम्बई को महाराष्ट्र से अलग नहीं किया जा सकता और इस शहर पर नियंत्रण को राज्य सरकार के पास ही रहना चाहिए।
पार्टी ने कहा, यदि प्रधानमंत्री बस मुम्बई पर ही विशेष ध्यान देते हैं तो उन पर पक्षपात का आरोप लगेगा। विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने के लिए हथियार मिल जाएगा और वे कहेंगे कि बड़े उद्योगपति भाजपा के करीब है, अतएव प्रधानमंत्री इस शहर पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। उसने कहा कि राज्य में मुम्बई जैसे अन्य शहरों जैसे नागपुर को भी विश्वस्तरीय बनाया जाना चाहिए।
योजना आयोग के स्थान पर नये निकाय के गठन के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा बुलायी गयी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक में फडणवीस ने केंद्र को सुझाव दिया था कि मुम्बई के विकास के लिए मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार समिति बनायी जाए।
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