
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की. यह मुलाकात तकरीबन दो घंटे तक चली.
कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख आनंद शर्मा ने कहा कि, ये एक अनौपचारिक भोज-बातचीत थी. यह कार्यक्रम पहले 15 फरवरी को होना था. इसमें देश और दुनिया के हर विषय पर बात हुई. राजनैतिक, आर्थिक विषय, रोजगार-व्यापार आदि से जुड़े विषयों पर बात हुई और विचारों का आदान-प्रदान हुआ.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले भी आमंत्रित नहीं था. जाहिर है आतंकवाद पर भी बात हुई. पाकिस्तान कोई विषय नहीं है. आतंकवाद को लेकर राहुल ने जो कहा वो कोई नई बात नहीं है, कांग्रेस पार्टी मजबूत तरीके से आतंकवाद से मुकाबला करती आई है. हम इसे राष्ट्रीय चुनौती समझते हैं. हम किसी भी रूप में आतंकवाद को स्वीकार नहीं करते हैं.

शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री से आग्रह है और सवाल भी कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को अधिकार है सवाल पूछने का. उसे आप राष्ट्र विरोधी न कहें. हमें उनसे किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हमारे दो प्रधानमंत्री शहीद हो चुके हैं. हमारे कई कार्यकर्ता शहीद हुए.
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