प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यह कहने कि, वह एक दिन के लिए अपना सोशल मीडिया अकाउंट ऐसी महिला को देंगे जो प्रेरित करती हो, कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने उन्हें सुझाव दिया कि वह अपना सोशल मीडिया अकाउंट उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को सौंपें "जो अपनी कहानी सुनाने की हकदार है." कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया अकाउंट महिलाओं के सौंप देने का प्रधानमंत्री का वादा 'खोखला' है और महिला सुरक्षा के संबंध में अपनी खराब छवि को ठीक करने का सतही प्रयास भर है. सोमवार को मोदी ने ऐसा ट्वीट करके लोगों को अचरज में डाल दिया था कि वह सोशल मीडिया को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट किया कि वह आठ मार्च को महिला दिवस पर अपना अकाउंट ऐसी महिलाओं को देंगे जिनकी 'जिंदगी और जिनका काम हमें प्रेरित करता हो.'
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मोदी ने लोगों से ऐसी महिलाओं की कहानियां साझा करने का आग्रह किया जो प्रेरित करती हों. इस पर देव ने कहा,"एक सुझाव है कि आप अपना सोशल मीडिया अकाउंट उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को दीजिए जो ऐसे कई हमलों में बाल-बाल बची है जो ऐसे नेताओं ने कराए जो प्रत्यक्ष तौर पर आपकी पार्टी में हैं. वह बहादुर है और अपनी कहानी सुनाने की हकदार भी." पीएम मोदी के इस ट्वीट पर महिलाओं की प्रतिक्रिया मिली जुली रही.
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'बुद्धिजीवियों और शिक्षाविदों का समूह' की राष्ट्रीय संयोजक एवं कार्यकर्ता मोनिका अरोड़ा ने कहा,"उन्होंने महिलाओं को प्रवक्ता बनाया है और उन्हें प्रेरित करने का यह रचनात्मक तरीका है." वहीं अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ की सचिव कविता कृष्णन ने इसे 'नौटंकी' बताया और खुद को फिर से सुर्खियों में लाने का मोदी का प्रयास करार दिया.
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