तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस चाहे तो ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार से अलग हो सकती है और वह ऐसा करने के लिए स्वतंत्र है।
                                            
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                                                                                कोलकाता: 
                                        तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस चाहे तो ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार से अलग हो सकती है और वह ऐसा करने के लिए स्वतंत्र है।
राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार के रूप में प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का तृणमूल कांग्रेस द्वारा समर्थन न किए जाने से नाराज कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को सरकार से अलग होने की इच्छा जताई थी।
तृणमूल नेता और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "वे चाहें तो राज्य सरकार से अलग हो सकते हैं। वे गठबंधन से अलग होने को स्वतंत्र हैं। हमें उनकी कोई जरूरत नहीं है। उनके जाने से प्रदेश सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस के जिन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया है, परेशानी उन्हें ही है। मंत्री कुछ नहीं कह रहे हैं। वे हमारे साथ खुश हैं।"
कांग्रेस विधायक दल ने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का ममता बनर्जी द्वारा अनौपचारिक ढंग से विरोध किए जाने के बाद शुक्रवार को कहा था कि अब तृणमूल कांग्रेस के साथ काम करना 'बहुत कठिन' हो गया है। राज्य के कांग्रेस विधायक दल ने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ने की अनुमति मांगी थी।
                                                                        
                                    
                                राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार के रूप में प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का तृणमूल कांग्रेस द्वारा समर्थन न किए जाने से नाराज कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को सरकार से अलग होने की इच्छा जताई थी।
तृणमूल नेता और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "वे चाहें तो राज्य सरकार से अलग हो सकते हैं। वे गठबंधन से अलग होने को स्वतंत्र हैं। हमें उनकी कोई जरूरत नहीं है। उनके जाने से प्रदेश सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस के जिन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया है, परेशानी उन्हें ही है। मंत्री कुछ नहीं कह रहे हैं। वे हमारे साथ खुश हैं।"
कांग्रेस विधायक दल ने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का ममता बनर्जी द्वारा अनौपचारिक ढंग से विरोध किए जाने के बाद शुक्रवार को कहा था कि अब तृणमूल कांग्रेस के साथ काम करना 'बहुत कठिन' हो गया है। राज्य के कांग्रेस विधायक दल ने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ने की अनुमति मांगी थी।
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