महाराष्ट्र से कांग्रेस के एकमात्र लोकसभा सदस्य धानोरकर का मंगलवार सुबह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. धानोरकर 48 साल के थे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर से लोकसभा सदस्य सुरेश नारायण धानोरकर उर्फ बालूभाऊ धानोरकर के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया.
खरगे ने ट्वीट किया, "सुरेश नारायण धानोरकर के असामयिक निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. वह जमीन से जुड़े नेता थे.' उन्होंने धानोरकर के परिवार, उनके मित्रों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त की. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने ट्वीट किया, "बालूभाऊ धानोरकर का दो दिन के भीतर बीमार होना, उनकी हालत गंभीर होना और फिर उनका निधन हो जाना अकल्पनीय है. वह एक कुशल, ऊर्जावान और संवेदनशील नेता थे. यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है. मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.' पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने भी कांग्रेस सांसद के निधन पर दुख जताया है.
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, "गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए उन्हें पिछले सप्ताह नागपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें नई दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी."
धानोरकर के 80 वर्षीय पिता नारायण धानोरकर का लंबी बीमारी के बाद शनिवार शाम नागपुर में निधन हुआ था. सांसद रविवार को अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे.
धानोरकर ने चंद्रपुर जिले में बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और 2014 में विधानसभा चुनाव जीता था. हालांकि, वह चंद्रपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, जो परंपरागत रूप से भाजपा के हंसराज अहीर की सीट मानी जाती थी. शायद इसी इच्छा को पूरा करने के लिए धानोरकर कांग्रेस में शामिल हो गए और अहीर को हराया. उनकी पत्नी ने 2019 में वरोरा-भद्रावती विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.
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