संसद के बीते सत्र में पास हुए नागरिकता कानून (CAA) को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल बजट सत्र में भी इस मुद्दे पर चर्चा कराने की तैयारी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने नियम 267 के तहत राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है कि नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनपीआर और एनआरसी को लेकर देश में जो हालात हैं उस पर चर्चा कराई जाए. वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सीएए पर पुनर्विचार के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया है. वहीं के सुरेश और गौरव गोगोई ने भी यह नोटिस दिया है. तीनों नेताओं की नोटिस में एनआरसी और एनपीआर की प्रक्रिया भी रोकने की बात कही गई है. वहीं इंडियन मुस्लिम लीग के सांसद पीके कुन्हालिकुट्टी ने हाल ही में जामिया नगर में जारी धरने को लेकर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयानों और वहां हुई घटनाओं पर स्थगन प्रस्ताव दिया है.
Congress leaders Ghulam Nabi Azad and Anand Sharma have given the suspension of business notice under rule 267 in Rajya Sabha over "prevailing situation in the country due to proposed NPR-NRC following the Citizenship Amendment Act". (file pics) pic.twitter.com/XR5loQnV8F
— ANI (@ANI) February 3, 2020
आपको बता दें कि नागरिकता कानून संसद में पास होने के बाद बीते 50 दिनों से दिल्ली के शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन चल रहा है. वहीं इसके खिलाफ देश के कई शहरों में भी प्रदर्शन हुए हैं. इस दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई है. जबकि दिल्ली के शाहीन बाग में जारी धरने से सरिता विहार-कालिंदी कुंज का रास्ता भी बंद है. बीते चार दिनों में जामिया नगर इलाके में फायरिंग की भी घटनाएं हो चुकी हैं. नागरिकता कानून के खिलाफ विदेशों में भी कई जगहों पर प्रदर्शन हो हुए हैं.
Indian Union Muslim League MP PK Kunhalikutty has given Adjournment Motion in Lok Sabha over recent incident of firing on protestors at Jamia Millia Islamia&statements of BJP MPs Anurag Thakur&Parvesh Verma that had “potential to disturb harmony”&"aggravate differences”(file pic) pic.twitter.com/e1nhUe0qf8
— ANI (@ANI) February 3, 2020
वहीं वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी ने रविवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के पीछे किसी राजनीतिक दल का हाथ नहीं है. येचुरी ने कहा कि मामला असल में यह है कि 'प्रदर्शनकारी हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और हम उनके पीछे चलते जा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि शाहीन बाग प्रदर्शन जब से शुरू हुआ है तब से इसने देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस प्रदर्शन ने उन्हें आपातकाल के दिनों की याद दिला दी. येचुरी यहां मुंबई कलेक्टिव में लोगों को संबोधित कर रहे थे. उनके साथ एनसीपी की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं. उन्होंने कहा,'इस तरह के विरोध प्रदर्शन के पीछे कोई राजनीतिक दल नहीं है. वास्तव में वे हमारा नेतृत्व कर रहे हैं और हम उनके पीछे चल रहे हैं.' (इनपुट- भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं