केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को लोगों से “शहरी नक्सलियों” को मत देने की गलती नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी “आदिवासी विरोधी” हैं. गुजरात के भरूच लोकसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से भाजपा के निवर्तमान सांसद मनसुख वसावा को वोट देने का आग्रह किया. यहां आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत एक उम्मीदवार खड़ा किया है.
अमित शाह ने कहा, “आपको मनसुख वसावा जैसा जन प्रतिनिधि कभी नहीं मिलेगा। यदि आप गलती करते हैं, तो कोई शहरी नक्सली उनकी जगह (सांसद के रूप में) ले लेगा और इस आदिवासी क्षेत्र को नष्ट कर देगा.” मनसुख वसावा को भरूच में आप के मौजूदा विधायक चैतर वसावा के खिलाफ खड़ा किया गया है. भरूच दक्षिण गुजरात का हिस्सा है, जहां आदिवासियों की खासी मौजूदगी है.
शाह ने कहा, “कांग्रेस और आप लोगों को लूटने के लिए एक साथ आए हैं. मुझे यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि कांग्रेस एक आदिवासी विरोधी पार्टी है और आप आदिवासियों का वोट पाने के बाद उनका शोषण करेगी.” उन्होंने कहा, कांग्रेस और आप अफवाह फैला रही हैं कि 400 लोकसभा सीटें जीतने के बाद भाजपा संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस झूठ फैलाने में “विशेषज्ञ” है और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी झूठ फैलाने में “सरदार” है.
शाह ने आगे दावा किया कि कांग्रेस और आप झूठ फैला रहे हैं कि प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) आदिवासियों के मौलिक अधिकार छीन लेगी. भाजपा नेता ने कहा, “मैंने यूसीसी विधेयक देखा है और इसमें कहा गया है कि यूसीसी आदिवासियों पर लागू नहीं होता है. वे (कांग्रेस और आप) झूठ फैला रहे हैं. मैं यहां बैठे हजारों आदिवासियों से कहना चाहता हूं कि चैतर वसावा (आप उम्मीदवार) और कंपनी झूठ फैला रही है. उनकी बातों में मत आइयेगा क्योंकि मोदी आदिवासियों के मित्र हैं.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केंद्र में अपने 10 साल के शासन के दौरान 28,000 करोड़ रुपये आवंटित किए, जबकि मोदी सरकार ने 2014 से आदिवासी विकास के लिए 1.33 लाख करोड़ रुपये दिए हैं. शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन में एकलव्य विद्यालयों (जो आदिवासियों के लिए आवासीय हैं) की संख्या 90 से बढ़कर अब 740 हो गई है, जबकि आदिवासियों की पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण आवश्यकताओं की देखभाल के लिए 75,000 करोड़ रुपये के कोष के साथ एक जिला खनिज कोष स्थापित किया गया है.
राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा, “हमने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को (22 जनवरी को राम मंदिर की मूर्ति प्रतिष्ठा के लिए) आमंत्रित किया, लेकिन उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता थी.” शाह ने पूछा, क्या भरूच उन लोगों का समर्थन करेगा जो भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में भाग नहीं लेंगे।
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