
आज के समय में महिलाएं सरकारी अस्पतालों की जगह प्राइवेट अस्पतालों में डिलीवरी करवाना पसंद करती हैं. ऐसा करने की मुख्य वजह सरकारी सेवाओं में कम भरोसे होना है. हालांकि इस सोच को बदलने की कोशिश की है, भद्राद्री कोठागुडेम के जिला कलेक्टर जितेश वी पाटिल और उनकी पत्नी श्रद्धा जितेश वी पाटिल ने. कलेक्टर की पत्नी ने डिलीवरी के लिए सरकारी अस्पताल को चुना. जहां महिला डिलीवरी के लिए प्राइवेट अस्पतालों में भागती है, वहीं श्रद्धा ने घर के पास के ही सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने का फैसला किया.

पेश की मिसाल
श्रद्धा ने हाल ही में पलोंचा के सरकारी वैद्य विधान परिषद अस्पताल में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. कलेक्टर जितेश वी पाटिल और उनके परिवार ने स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पर भरोसा करके एक शक्तिशाली उदाहरण दिया है. लोगों को बताने की कोशिश की है कि गुणवत्तापूर्ण देखभाल सरकारी अस्पतालों में भी मिल सकती है.
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