नई दिल्ली:
कोयला ब्लॉकों के आवंटन को लेकर जारी विवाद में एक के बाद एक बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, और इसी कड़ी में ताजा नाम देश के मौजूदा गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का है, जिन्होंने एक कंपनी को दो कोल ब्लॉकों के आवंटन के लिए प्रधानमंत्री को सिफारिशी चिट्ठी लिखी थी।
गृहमंत्री शिंदे ने खुद माना है कि वर्ष 2007 में उन्होंने एक कंपनी को दो कोल ब्लॉकों के आवंटन के लिए प्रधानमंत्री को सिफारिशी चिट्ठी लिखी थी, हालांकि इस कंपनी को कोल ब्लॉकों का आवंटन नहीं किया गया था, क्योंकि कंपनी इसके लिए जरूरी मापदंड पूरे नहीं कर पाई थी।
शिंदे ने कहा कि यह चिट्ठी उन्होंने वर्ष 2007 में बिजली मंत्री रहते हुए लिखी थी, क्योंकि यह कंपनी ओडिशा में एक पॉवर प्लांट लगाना चाहती थी।
गृहमंत्री शिंदे ने खुद माना है कि वर्ष 2007 में उन्होंने एक कंपनी को दो कोल ब्लॉकों के आवंटन के लिए प्रधानमंत्री को सिफारिशी चिट्ठी लिखी थी, हालांकि इस कंपनी को कोल ब्लॉकों का आवंटन नहीं किया गया था, क्योंकि कंपनी इसके लिए जरूरी मापदंड पूरे नहीं कर पाई थी।
शिंदे ने कहा कि यह चिट्ठी उन्होंने वर्ष 2007 में बिजली मंत्री रहते हुए लिखी थी, क्योंकि यह कंपनी ओडिशा में एक पॉवर प्लांट लगाना चाहती थी।
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