पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार से पूछा कि वह ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन' (ईवीएम) के बजाय मतपत्र से चुनाव कराने से क्यों कतरा रही है. दक्षिण गोवा के बेनौलिम विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने कहा कि उन्होंने संसद में ईवीएम का मुद्दा उठाया है. उन्होंने पूछा, ‘‘मैंने पूछा था कि ऐसा क्यों है कि जब भी कोई पार्टी ईवीएम के खिलाफ बोलती है, तो भाजपा इन मशीनों के समर्थन में आ जाती है? अगर उन्हें ‘मोदी लहर' पर भरोसा है, तो वे ईवीएम का समर्थन क्यों करते हैं?''
मान ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि कुछ तो है...अन्यथा वे ईवीएम का समर्थन क्यों करेंगे? अगर उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पर भरोसा है, तो उन्हें मतपत्रों के माध्यम से चुनाव कराने दें.''उन्होंने दावा किया कि ईवीएम की दक्षता को लेकर संदेह जताये जा चुके हैं.
मान ने कहा, ‘‘यह मैं नहीं कह रहा हूं. यह आम लोग कह रहे हैं...भगवान देख रहा है.'' पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी ‘काम की राजनीति' कर रही है. उन्होंने यह दावा भी किया कि उनकी पार्टी का शब्द ‘‘गारंटी'' दूसरों ने ‘‘चुरा'' लिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘वे (सत्ता में बैठे लोग) हमें धमकी देते हैं कि वे हमें जेल में डाल देंगे. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास (आप नेताओं के खिलाफ) कोई सबूत नहीं है, लेकिन उन्हें (कार्रवाई करने के लिए) आना होगा क्योंकि उन्हें अपने आकाओं से ऐसे आदेश मिले हैं.'' मान ने कहा कि पंजाब में उनकी सरकार लोगों के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले 20 महीनों में 40,000 सरकारी नौकरियां दी हैं. पंजाब और दिल्ली में बिजली निशुल्क है.'' मान ने कहा कि आने वाले गणतंत्र दिवस पर पंजाब में मोहल्ला क्लीनिक की संख्या 800 तक पहुंच जाएगी.
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