भारत बायोटेक द्वारा विकसित किये जा रहे कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवेक्सिन' का मनुष्यों पर परीक्षण देशभर में 375 लोगों पर शुरू किया गया है. कंपनी के सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा, ‘‘भारत के पहले स्वदेश निर्मित कोविड-19 रोकथाम के टीके कोवेक्सिन का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल पूरे देश में 15 जुलाई 2020 को शुरू हुआ था. यह भारत में 375 लोगों पर हो रहा बिना क्रम वाला (रैंडमाइज्ड), पूरी तरह गोपनीय (डबल ब्लाइंड) और प्रायोगिक औषधि नियंत्रित क्लीनिकल परीक्षण है.''
जहां तक क्लीनिकल परीक्षण की बात है तो ‘डबल ब्लाइंड' से आशय है कि ना तो मरीज को और ना ही अनुसंधानकर्ता को पता होता है कि किसे प्रायोगिक दवा दी जा रही है और किसका सामान्य इलाज किया जा रहा है. भारत बायोटेक को पिछले दिनों ही उसके कोरोना वायरस रोधी टीके कोवेक्सिन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए देश के दवा नियामक की मंजूरी मिली थी.
देश में इस समय कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सात टीके विकास के विभिन्न स्तर पर हैं जिनमें से दो को मनुष्य पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की मंजूरी मिल चुकी है.
इस महीने की शुरुआत में जाइडस कंपनी ने कहा था कि उसे टीके के मानव पर परीक्षण शुरू करने के लिए प्राधिकारियों से स्वीकृति मिल गयी है.
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