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This Article is From Feb 11, 2011

हिमाचल सरकार ने करमापा को दी क्लीन चिट

शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने विदेशी मुद्रा बरामदगी मामले में करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी को क्लीन चिट दे दी। सरकार ने कहा कि धर्मशाला के निकट उनके अस्थायी निवास से बरामद धन से उनका कोई लेना-देना नहीं है। मुख्य सचिव राजवंत संधू ने संवाददाताओं से कहा, करमापा के अस्थायी निवास ग्यूतो मठ से भारी मात्रा में बरामद की गई विदेशी मुद्रा श्रद्धालुओं द्वारा दान और चढ़ावे के तौर पर दी गई राशि है और करमापा का इससे कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि ट्रस्ट के मामलों का प्रबंधन ट्रस्टी करते हैं। उन्होंने कहा, करमापा बौद्धों के एक सम्मानित धार्मिक नेता हैं और सरकार की बौद्धों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोई मंशा नहीं है। उन्होंने कहा कि करमापा के खिलाफ कार्रवाई का कोई सवाल नहीं उठता और इस बात पर विश्वास करने का भी कोई कारण नहीं है कि सिधबाड़ी से जब्त की गई साढ़े सात करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा से उनका कोई संबंध है। यह पूछे जाने पर कि विदेशी मुद्रा जब्त किए जाने के मामले में करमापा की क्या गिरफ्तारी की कोई संभावना है, तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई बात होने की रत्ती भर भी संभावना नहीं है। जहां पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय के जांच अधिकारियों ने चीनी मुद्रा समेत भारी मात्रा में बरामद की गई विदेशी मुद्राओं के स्रोत के बारे में करमापा और उनके सहायकों से पूछताछ की है, वहीं जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि उन्हें बेनामी भूखंडों की खरीद के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। कुछ तिब्बतियों के कथित बेनामी भूमि के लेन-देन का उल्लेख करते हुए संधू ने कहा कि इस तरह के सभी लेन-देन की जांच की जा रही है और कानून अपना रास्ता अख्तियार करेगा। दलाई लामा से जुड़ी कुछ संपत्तियों का उल्लेख करते हुए संधू ने कहा कि इनमें से कुछ संपत्तियों के नियमितीकरण और उन्हें वैध बनाने का प्रस्ताव था, लेकिन मामला उच्च न्यायालय में है, जिसने प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। पुलिस ने करमापा समर्थित ट्रस्ट परिसर और कुछ ट्रस्टियों के घर पर छापेमारी में चीन समेत 25 देशों की विदेशी मुद्राएं बरामद की थीं। यह राशि करीब साढ़े सात करोड़ रुपये के बराबर थी। इसके बाद 25 जनवरी को मेहतपुर सीमा से दो लोगों के पास से एक करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। मुख्य सचिव ने कहा कि यह बात स्थापित हो गई है कि एक करोड़ रुपये मजनूं का टीला स्थित बैंक से लाए गए थे, लेकिन करमापा का इससे कुछ भी लेना-देना नहीं है। पुलिस ने संजय दत्त और आशुतोष समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था। ये दोनों कार में नकदी ले जा रहे थे।

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