सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश (CJI) एसए बोबडे ने आज के दिन (28 जनवरी) को देश की न्यायपालिका को खास बताया. सुप्रीम कोर्ट ने याद दिलाया कि आज वह दिन था जब 1950 में SC में तत्कालीन CJI हरिलाल कानिया,जस्टिस फजल अली, जस्टिस पतंजलि शास्त्री, जस्टिस एमसी महाजन, जस्टिस बिजन के मुखर्जी और जस्टिस एसआर दास की बेंच ने साथ प्रिंसेस चैंबर में बैठकर अपनी पहली सुनवाई शुरू की थी. गुरुवार को CJI ने अटार्नी जनरल (AG) केके वेणुगोपाल और सॉलिसटर जनरल (SG) तुषार मेहता को कहा कि हम आज के महत्व को संदर्भित करेंगे. उन्होंने बताया कि आज पहला दिन है जब सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार प्रिंसेस चैंबर में बैठकर तत्कालीन CJI हरिलाल कानिया की अध्यक्षता में सुनवाई शुरु की थी.उस समय 13 HC के चीफ जस्टिस थेऔर सीतलवाड़ अटार्नी जनरल (AG)थे. पीएम और अन्य लोग भी मौजूद थे. हमें आज उस दिन का अहसास है.
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CJI एसए बोबडे ने कहा कि बार और बेंच के दोनों छोर से यह हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. पीएम और अन्य मंत्री भी मौजूद थे इस लिहाज से यह एक सम्मानित कार्यक्रम था. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कोई वर्षगांठ के अवसर को पुनः आरंभ कर सके.इस अवसर को भविष्य में चिह्नित किया जा सकता है. यही कारण है कि हमने आपसे यहां आने का अनुरोध किया है.
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