
हाल ही में जब भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया, तो दुश्मन ने भी बौखलाहट में प्रतिक्रिया दी. लेकिन भारत की तरफ से तैयारियां पूरी थीं और इन तैयारियों में नागरिक सुरक्षा विभाग यानी सिविल डिफेंस डिपार्टमेंट भी अपना काम कर रहा था. अब विभाग की तरफ से नागरिकों को बताया गया है कि अगर ऐसी स्थिति फिर से होती है, तो उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है. विभाग ने खासतौर पर कॉरपोरेट ऑफिसेज के लिए ये गाइडलाइंस जारी किए हैं.
क्या है इन गाइडलाइंस का मकसद
नागरिक सुरक्षा विभाग (Civil Defence Department) ने युद्ध जैसी आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनजर कॉर्पोरेट ऑफिसेज के लिए एक डिटेल्ड एडवाइजरी जारी की है. इसका मकसद कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और व्यावसायिक संचालन की निरंतरता बनाए रखना है. नागरिक सुरक्षा विभाग की तरफ से अपील की गई है कि सभी कॉरपोरेट संस्थान अभी से इसकी तैयारियां सुनिश्चित करें. साथ ही कर्मचारियों की सुरक्षा, डेटा की रक्षा और संचालन की निरंतरता तीनों को गंभीरता से लेने का भी अनुरोध किया गया है.
इन निर्देशों का रखें खास ध्यान
नीचे दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करके संगठन न केवल नागरिकों की सुरक्षा कर सकते हैं बल्कि महत्वपूर्ण डेटा और संसाधनों की रक्षा भी की जा सकती है.
महत्वपूर्ण व्यावसायिक डेटा का सुरक्षित बैकअप रखें
- डेटा सुरक्षा संकट की स्थिति में सबसे अहम है.
- आवश्यक दस्तावेज़ों और फाइलों का बैकअप क्लाउड या ऑफलाइन सुरक्षित स्टोरेज में रखें.
- नियमित रूप से बैकअप सिस्टम की जांच करें.
आधिकारिक संवाद बनाए रखें
- सरकारी एजेंसियों से समन्वय हेतु एक अधिकृत अधिकारी नियुक्त करें.
- केवल गृह मंत्रालय, बीएमसी या नागरिक सुरक्षा जैसे सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें.
- अफवाहों और अनाधिकृत खबरों से बचें.
इमरजेंसी प्लानिंग और कर्मचारी तैयारी
- सभी कर्मचारियों को आपातकालीन निकासी और सुरक्षा प्रक्रियाओं की जानकारी दें.
- हर मंजिल पर एक आपातकालीन प्रतिक्रिया दल बनाएं.
संचालन में समायोजन
- गैर- जरूरी मीटिंग्स, यात्रा और आयोजनों से परहेज करें.
- वर्क फ्रॉम होम की तैयारी रखें.
भवन सुरक्षा और तैयारी
- सुरक्षित क्षेत्रों की पहचान करें जैसे तहखाने या अंदरूनी कमरे.
- प्राथमिक चिकित्सा, टॉर्च, बैटरियां आदि से लैस इमरजेंसी किट तैयार रखें.
अलर्ट या सायरन की स्थिति में क्या करें
- कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं.
- लाइटें और इक्विपमेंट्स ऑफ रखें, ब्लैकआउट निर्देशों का पालन करें.
- लिफ्ट का उपयोग न करें.
- प्रवेश नियंत्रण और समन्वय
- केवल जरूरी कर्मचारियों को ही ऑफिस में आने की मंजूरी हो.
- भवन प्रबंधन और स्थानीय पुलिस के साथ नियमित समन्वय सुनिश्चित करें.
सतर्कता अभ्यास के बाद की कार्रवाई
- केवल सरकारी 'ऑल क्लियर' मैसेज मिलने पर काम दोबारा शुरू करें.
- सभी कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें, SOP को अपडेट करें.
- मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण
- मनोवैज्ञानिक परामर्श की व्यवस्था करें.
- एक शांत, जिम्मेदार और सहयोगपूर्ण वातावरण बनाएं.
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