कोविड-19 (covid-19) महामारी के मद्देनजर दिल्ली के चर्चों में इस वर्ष क्रिसमस समारोह (Christmas programs) साधारण तरीके से आयोजित किए जाएंगे, जिसमें सामूहिक उपस्थिति सीमित होगी और आगंतुकों के सीधे प्रवेश पर प्रतिबंध होगा. कैथोलिक आर्कडायसिस, दिल्ली के प्रवक्ता फादर स्टैनली ने कहा कि, “महामारी को ध्यान में रखते हुए इस साल के जश्न को प्रतिबंधित किया जाएगा. 24-25 दिसंबर की आधी रात को आम तौर पर होने वाले समारोह नहीं होंगे, लेकिन कई प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाएंगी. सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करने के लिए सीमित संख्या में लोगों को ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा.'' उन्होंने कहा कि 24 और 25 दिसंबर को किसी भी आगंतुक को चर्च परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा, कि प्रत्येक सभा में कई हजार लोगों की तुलना में इस वर्ष 100 लोग ही प्रवेश करेंगे.
पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध का क्रिसमस और नए साल के दौरान कड़ाई से पालन हो: सीपीसीबी
धार्मिक निकाय ने अपने दायरे में आने वाले दिल्ली के सभी 54 चर्चों में किए जाने वाले एहतियाती उपायों की एक अधिसूचना जारी की है. अधिसूचना में कहा गया है, “कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति के कारण, हम इस वर्ष कैथेड्रल में आम तौर पर होने वाले मध्यरात्रि समारोह का आयोजन नहीं करेंगे. इसके बजाय हम चर्च में 24 तारीख की शाम को संक्षिप्त समारोह आयोजित करेंगे. 24 और 25 दिसंबर को, केवल ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर सीमित लोगों को चर्चों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.'' आगंतुक ‘सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल' वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं. 25 दिसंबर को लोगों के लिए सुबह 9 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक यूट्यूब और फेसबुक पर क्रिसमस समारोहों का सीधा प्रसारण किया जाएगा.
Christmas 2020: इस वजह से 25 दिसंबर को मनाया जाता है क्रिसमस, यह है इतिहास
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं