छत्तीसगढ़ में पीडीएस के तहत चावल के वितरण में अनियमितताएं सामने आने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। कांग्रेस ने सरकार पर हमले तेज़ कर दिये हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आरोप लगाया, ‘यह एक लाख करोड़ से अधिक का मामला है और इसमें सीधे सीधे मुख्यमंत्री रमन सिंह शामिल हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए। हम इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और एक पदयात्रा कर रहे हैं। 16 तारीख से हम विधानसभा का घेराव भी करेंगे।’
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पीडीएस के तहत मिलने वाले चावल के वितरण को लेकर घोटाले के आरोप लगे हैं और एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़े अधिकारियों के दफ्तर में छापे मारे हैं। इन छापों में मिली एक डायरी से ऐसे संकेत मिल रहे हैं जिससे घोटाले के तार मुख्यमंत्री के करीब रिश्तेदारों तक जुड़े होने के आरोप लग रहे हैं।
हालांकि राज्य के बड़े अधिकारी अभी कह रहे हैं कि इस मामले की जांच चल रही है लेकिन एक डायरी में किसी ‘सीएम मैडम’ का ज़िक्र होने की बात कही जा रही है जिसे लेकर काफी बवाल खड़ा हो गया है। अधिकारियों ने अनौपचारिक बातचीत में एनडीटीवी इंडिया से कहा कि ‘सीएम मैडम’ कोड का इस्तेमाल खाद्य विभाग के एक कर्मचारी चिंतामणि चंद्रशेखर की पत्नी के लिए किया गया लगता है। इसका मुख्यमंत्री रमन सिंह के परिवार से लेना देना नहीं है।
उधर कांग्रेस इस मुद्दे पर रमन सिंह सरकार को घेर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा, ‘ये सिर्फ चावल वितरण के घोटाले की बात नहीं है। राज्य में बीस लाख फर्ज़ी राशन कार्ड बनाए गए हैं। चावल के साथ गेहूं, चना, शक्कर और कैरोसिन सारी चीज़ों में धांधली हो रही है। हमें इस मामले में 16 मार्च से विधानसभा घेराव करेंगे।’
उधर मुख्यमंत्री रमन सिंह कह चुके हैं कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो कितना भी ताकतवर हो। हालांकि सरकार की ओर से इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मुख्यमंत्री के दफ्तर में उच्च अधिकारियों ने कहा कि, ‘विपक्ष की ओर से इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।’
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