कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि चीन के विदेश मंत्री के भारत दौरे के दौरान इस पड़ोसी देश को यह संदेश दिया जाना चाहिए कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति बदलने की उस गतिविधि स्वीकार नहीं है. पार्टी की महिला इकाई और युवा इकाई ने चीनी विदेश मंत्री के भारत दौरे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
चीन के विदेश मंत्री किन गांग जी-20 के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे हैं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘चीन ने एलएसी पर एकतरफा ढंग से यथास्थिति को बदला है. वे लगातार अतिक्रमण कर रहे हैं. इसको लेकर हमारी ओर से विरोध दर्ज कराया गया है.''
उनका कहना था, ‘‘हम एक विपक्षी दल के तौर पर जनता की भावना प्रकट कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के साथ हमारे मतभेद हैं, उन्होंने चीन को क्लीन चिट दी, संसद में चर्चा नहीं होने दी, लेकिन आज यह मुद्दा नहीं है. मुद्दा यह है कि चीन ने एलएसी पर यथास्थिति को बदला है.''
रमेश ने कहा, ‘‘चीन को यह संदेश जाना चाहिए कि उसने जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है और एलएसी पर यथास्थिति को बदला है वो स्वीकार्य नहीं है.''अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख नेटा डिसूजा की अगुवाई में संगठन की कार्यकर्ताओं ने चीनी विदेश मंत्री के दौरे के खिलाफ यहां ‘कर्तव्य पथ' के निकट प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
नेटा ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं प्रधानमंत्री मोदी, चीनी विदेश मंत्री को अपनी लाल आंख दिखायें. हमारे सैनिकों की जान चली गई और यह सरकार चीन के साथ आर्थिक संबंध बना रही है, हम ऐसा नहीं होने देंगे. मोदी सरकार चीनी अतिक्रमण पर करारा जवाब कब देगी.'' भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी चीन के विदेश मंत्री के भारत दौरे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
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