नई दिल्ली:
Chandrayaan-3 Launch: चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा जाएगा. इस मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए इसमें कई अतिरिक्त सेंसर को जोड़ा गया है. इसकी गति को मापने के लिए इसमें एक 'लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर' सिस्टम लगाया है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
ISRO ने चंद्रयान-3 का श्रीहरिकोटा से सफल लॉन्च पूरा कर लिया है. चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की लॉन्चिंग दोपहर 2.35 मिनट पर हुआ. इस मौके पर इस मिशन से जुड़े ISRO के तमाम वैज्ञानिक भी मौजूद रहे.
शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर सतीश धवन स्पेस सेंटर से LVM3-M4 रॉकेट के जरिए चंद्रयान-3 को स्पेस में भेजा गया. 16 मिनट बाद चंद्रयान को रॉकेट ने पृथ्वी की ऑर्बिट में प्लेस किया.
चंद्रयान-3 मिशन का मकसद चांद की सतह पर सेफ लैंडिंग की क्षमता का प्रदर्शन करना है. वहां चहलकदमी करके यह साबित करना है कि इसरो और भारत, चांद पर कोई भी मिशन भेजने में समक्ष हैं.
ISRO चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड कराने की कोशिश करेगा.सफल लैंडिंग होने के बाद लैंडर चांद पर रोवर को तैनात करेगा.
पहली बार, भारत का चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जहां पानी के अंश पाए गए हैं. 2008 में भारत के पहले चंद्रमा मिशन के दौरान की गई खोज ने दुनिया को चौंका दिया था.
विक्रम का मकसद सुरक्षित, सॉफ्ट लैंडिंग कराना है. इसके बाद लैंडर रोवर प्रज्ञान को छोड़ेगा, जो एक लूनर डे (पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर) तक चंद्रमा की सतह पर घूमेगा और वैज्ञानिक प्रयोग भी करेगा.
इस मिशन के तहत वैज्ञानिकों को चंद्रमा की मिट्टी का विश्लेषण करने, चंद्रमा की सतह के चारों ओर घूमने, चंद्रमा से जुड़ी कुछ अहम जानकारियों का भी पता लगाया जाएगा.
चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा जाएगा. इस मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए इसमें कई अतिरिक्त सेंसर को जोड़ा गया है. इसकी गति को मापने के लिए इसमें एक 'लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर' सिस्टम लगाया है.
सितंबर 2019 में चंद्रयान-2 मिशन के दौरान लैंडर ‘विक्रम' चांद की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. यह भारत के लिए बड़ा झटका था. चांद पर यान उतारने की ISRO की पहली कोशिश नाकाम हो गई थी.
चंद्रयान -3 के सफल लॉन्च को लेकर पीएम मोदी ने किया ट्वीट. पीएम ने कहा कि चंद्रयान 3 के सफल लॉन्च से भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ गया है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं.