महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच बीजेपी नेता और कंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने राज्य में सत्ता पलट के संकेत दिए हैं. जालना के एक सभा में जालना सांसद दानवे ने कहा, " मैं केंद्र में मंत्री हूं, भैया साहब (राजेश टोपे) राज्य में मंत्री हैं. मुझे केंद्र में मंत्री बने ढाई साल हो चुके हैं, लेकिन 14 साल से तुम (राजेश टोपे) मंत्री हो, इसलिए जल्दी काम पूरे कर लो वरना वक़्त निकाल जाएगा. यदि आप भविष्य में अवसर चाहते हैं, तो आप इस पर विचार कर सकते हैं. मैं अभी भी दो-तीन दिन और विपक्ष में हूं."
बता दें कि राजेश टोपे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में घनसावंगी से जीत हासिल की है. वे फिलहाल महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री भी है. उन्होंने उसी निर्वाचन क्षेत्र से 2009 का भी विधानसभा चुनाव जीता था. गौरतलब है कि महाराष्ट्र की मौजूदा महाविकास अघाड़ी सरकार और अपनी पार्टी शिवसेना से बगावत कर मंत्री एकनाथ शिंदे समेत 39 विधायक असम के गुवाहाटी के रैडिशन ब्लू होटेल में डेरा जमाए बैठे हैं. वहीं, इनके साथ 9 निर्दलीय विधायक भी होटल में मौजूद हैं.
बागी विधायक 22 जून से मुंबई से करीब 2,700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है. इधर, इनकार करने के बावजूद बार-बार पूरी घटनाक्रम में बीजेपी की प्रत्यक्ष भूमिका सामने आ रही है. पहले सूरत, फिर असम और अब महाराष्ट्र में भी बीजेपी नेता ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वे आने वाले दिनों में सत्ता में आने वाले हैं.
इधर, राज्य में जारी सियासी उथलपुथल के बीच उद्धव एक्शन मोड में आ गए है. सूत्रों की मानें तो उन्होंने बागी विधायक जो मंत्री भी हैं के पोर्टफोलियो को छीनने का मन बना लिया है. अगर ऐसा हुआ तो बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे शिंदे, राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार और शंभूराजे देसाई की मंत्रीपद जा सकती है.
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