केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान ने उन पर लगे अपनी रिश्तेदार के लिए फंड जुटाने की कोशिश के आरोप को गलत बताया है। NDTV से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पैसा जुटाने का ईमेल उनके एक कर्मचारी ने भेजा है। जिसे ईमेल में उनका रिश्तेदार बताया जा रहा है, उस महिला को वे जानते भी नहीं हैं।
कथित भतीजी ऐप्प के लिए पैसा जुटाने का मामला
इस 24 नवंबर को कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान के दफ्तर से कुछ कंपनियों को एक ई-मेल भेजा गया जिसमें उनकी कथित 'भतीजी' मोनिका बालियान के ऐप्प के लिए पैसा जुटाने की बात कही गई। इस पर विवाद के बाद अब संजीव बालियान सफाई दे रहे हैं। बुधवार को एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "ईमेल में उनकी रिश्तेदार बताई जा रही मोनिका बालियान को वे नहीं जानते हैं और न ही उन्होंने यह मेल किया है। उनके दफ्तर ने सफाई देते हुए कहा कि विवादित ई-मेल उनके दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी सुमित अरोड़ा ने भेजा था।"
कर्मचारी की हरकत से उठे सवाल
जिस तरह से इस मामले में कृषि राज्यमंत्री के दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी ने मंत्री के नाम का इस्तेमाल किया उससे कई अहम सवाल खड़े होते हैं। सबसे अहम सवाल यह है कि क्या ऐसा उसने पहली बार किया था या फिर वह पहले भी मंत्री के नाम का इस्तेमाल इसी तरह से करता रहा है। हालांकि 25 नवंबर को विवाद सामने आने के साथ ही कंपनियों को भेजे गए अपने दूसरे मेल में सुमित अरोड़ा ने लिखा, "24 नवंबर को मंत्री जी के घर पर मिस मोनिका आईं और दावा किया कि वे कृषि राज्यमंत्री की भतीजी हैं। उन्होंने मुझे आदेश दिया कि मैं कंपनियों से उनके लिए समय मांगने की गुजारिश करूं, इसलिए मेरे पिछले ई-मेल को अमान्य माना जाए।"
राज बब्बर ने कहा, संसद में जवाब दें बालियान
उधर कांग्रेस ने बालियान पर निशाना साधते हुए मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा, "इस मामले में प्रधानमंत्री को टिप्पणी करनी चाहिए। इस मामले की जांच होनी चाहिए और मंत्री जी को संसद में आकर यह बताना चाहिए कि उनके मंत्रालय में इस तरह की चीजें कैसे हो रही हैं।" यानी यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है और इस पर बालियान को अभी और सफाई देनी पड़ सकती है।
कथित भतीजी ऐप्प के लिए पैसा जुटाने का मामला
इस 24 नवंबर को कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान के दफ्तर से कुछ कंपनियों को एक ई-मेल भेजा गया जिसमें उनकी कथित 'भतीजी' मोनिका बालियान के ऐप्प के लिए पैसा जुटाने की बात कही गई। इस पर विवाद के बाद अब संजीव बालियान सफाई दे रहे हैं। बुधवार को एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "ईमेल में उनकी रिश्तेदार बताई जा रही मोनिका बालियान को वे नहीं जानते हैं और न ही उन्होंने यह मेल किया है। उनके दफ्तर ने सफाई देते हुए कहा कि विवादित ई-मेल उनके दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी सुमित अरोड़ा ने भेजा था।"
कर्मचारी की हरकत से उठे सवाल
जिस तरह से इस मामले में कृषि राज्यमंत्री के दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी ने मंत्री के नाम का इस्तेमाल किया उससे कई अहम सवाल खड़े होते हैं। सबसे अहम सवाल यह है कि क्या ऐसा उसने पहली बार किया था या फिर वह पहले भी मंत्री के नाम का इस्तेमाल इसी तरह से करता रहा है। हालांकि 25 नवंबर को विवाद सामने आने के साथ ही कंपनियों को भेजे गए अपने दूसरे मेल में सुमित अरोड़ा ने लिखा, "24 नवंबर को मंत्री जी के घर पर मिस मोनिका आईं और दावा किया कि वे कृषि राज्यमंत्री की भतीजी हैं। उन्होंने मुझे आदेश दिया कि मैं कंपनियों से उनके लिए समय मांगने की गुजारिश करूं, इसलिए मेरे पिछले ई-मेल को अमान्य माना जाए।"
राज बब्बर ने कहा, संसद में जवाब दें बालियान
उधर कांग्रेस ने बालियान पर निशाना साधते हुए मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा, "इस मामले में प्रधानमंत्री को टिप्पणी करनी चाहिए। इस मामले की जांच होनी चाहिए और मंत्री जी को संसद में आकर यह बताना चाहिए कि उनके मंत्रालय में इस तरह की चीजें कैसे हो रही हैं।" यानी यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है और इस पर बालियान को अभी और सफाई देनी पड़ सकती है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, रिश्तेदार के लिए फंड जुटाने का आरोप, ई मेल, ऐप्प के लिए फंड, सफाई दी, राज बब्बर, Central Minister Sanjeev Balian, E Mail, Fund Raising For App, Raj Babbar